देहरादून: प्रदेश में शुक्रवार को मौसम भले ही सामान्य रहेगा, लेकिन शनिवार से यह और तल्ख हो सकता है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक एक से तीन सितंबर के बीच प्रदेश के विशेषकर देहरादून, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल, चंपावत एवं उधम सिंह नगर में भारी बारिश की आशंका है।
मौसम की चेतावनी के मद्देनजर शासन ने समस्त जिलाधिकारी को सतर्क कर दिया है। एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ को अलर्ट पर रखा गया हे। अगले चौबीस घंटे में दून एवं मसूरी में एक-दो दौर तेज बारिश के हो सकते हैं। जबकि कुमाऊं में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है।
गुरुवार को सुबह करीब साढ़े छह बजे से एक घंटे तक शहर के कई इलाकों में तेज बारिश हुई। हालांकि घंटे भर बाद बारिश थमने से शहर में जलभराव की स्थित नहीं बनी। इसके बाद दिनभर आसमान में बादल छाये रहे और कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश भी हुई।
चमोली में आकाशीय बिजली गिरी, एक की मौत
पहाड़ से मैदान तक बारिश का कहर जारी है। चमोली की थराली तहसील में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसी के साथ बारिश के कहर से दो दिन में मरने वालों की संख्या दस पहुंच गई है। गौरीकुंड के पास केदारनाथ हाईवे का बीस मीटर भाग भूस्खलन की भेंट चढ़ गया है। इससे मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। दूसरी ओर बदरीनाथ के निकट लामबगड़ में मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे पर भी आवाजाही बाधित हो गई है।
चमोली जिले के थराली तहसील के रतगांव निवासी मोहन सिंह फर्सवाण मवेशियों को लेकर जंगल गए थे। ग्रामीणों के अनुसार दोपहर बाद एकाएक तेज गडग़ड़ाहट के साथ आकाशीय बिजली गिरी और मोहन बुरी तरह से झ़ुलस गए। साथी लोग कुछ करते इससे पहले ही उनकी मौत हो गई। इसके अलावा चमोली जिले की ही घाट तहसील में गोशाला ध्वस्त होने से कई भेड़-बकरियां दबने की सूचना है। कुमाऊं के बागेश्वर जिले में भी बारिश से नौ मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वही बघर में अतिवृष्टि से चार मवेशियों की मौत भी हो गइ हैं।
खतरे के निशान से 10 सेमी नीचे बह रही गंगा
श्रीनगर बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से जिले में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। रात 11 बजे गंगा खतरे के निशान से सिर्फ 10 सेमी नीचे बह रही थी। गौरतलब है कि खतरे का निशान 294 मीटर पर है। सीजन में यह पहला मौका है जब गंगा का जलस्तर 293.90 मीटर पर पहुंचा है।
कोटद्वार में हो रही रुक रुककर बारिश
कोटद्वार में रात करीब नौ बजे से रुक रुककर बारिश हो रही है। अभी एनएच पर यातायात सुचारू है, लकिन नौ संपर्क मार्ग अब भी बंद है। अभी तक क्षेत्र में कही जलभराव सहित अन्य सुचना नहीं है। स्कूल भी सामान्य दिनों की तरह खुले हैं। प्रशासन की तरफ से लागतार 1 व 2 सितंबर का अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने को कहा जा रहा है। नदी तट पर रहने वाले लोगों को इन दो दिनों में घर छोड़ने को बोला गया है। बताते चलें कि मौसम विभाग की तरफ से जिला पौड़ी में 1 व 2 सितंबर को भारी बारिश व बादल फटने का अलर्ट जारी किया गया गई। प्रशासन की तरफ से अलर्ट जारी होने के बाद से आमंजन सहमा हुआ है।
हरिद्वार कई जगह हुआ जलभराव
हरिद्वार में बारिश का कहर जारी है। लक्सर के सुल्तानपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय में बारिश के पानी से जलभराव हो गया है। वहीं, रुड़की में सुबह से हो रही बारिश से जन जीवन प्रभावित हो गया है। दिल्ली देहरादून राजमार्ग पर रामपुर चुंगी पर पानी आने से यातायात प्रभावित हो रहा है।
चंपावत में एनएच बंद
टनकपुर टू चम्पावत एनएच कई घंटों से बंद हैं। धौन, टिपन टॉप, 9वें मिल, बस्तिया आदि के पास पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं। इससे मार्ग बंद है। मुख्यालय से मीटिंग से लौट रहें अधिकारी भी रातभर रास्ते में फंसें रहे।