नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने लोकसभा और राज्य सभा के अपने सभी सांसदों को 31 दिसंबर को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। कांग्रेस ने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीन तलाक मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने ये व्हिप जारी किया है। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस नहीं चाहती कि ये लोग इस मामले में पार्टी के खिलाफ जाएं। वहीं भाजपा ने अपने सांसदों को सोमवार को राज्यसभा में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है।
बता दें कि तीन तलाक पर गुरुवार को लोकसभा में मैराथन बहस हुई थी। सुबह से चली बहस में शाम को तीन तलाक पर बिल पास हो गया। इस ऐतिहासिक मौके पर भी संसद में आधे से ज्यादा सांसद गैरहाजिर थे। इसमें भी भाजपा के व्हिप जारी होने के बावजूद 30 सांसद अनुपस्थित थे। गुरुवार को लोकसभा में महज 256 सांसद ही मौजूद थे।
राज्यसभा में सोमवार को पेश होगा तीन तलाक बिल
गौरतलब है कि कल राज्यसभा में तीन तलाक बिल पेश किया जाएगा। सरकार को उम्मीद है कि लोकसभा के बाद ये बिल राज्यसभा में भी पारित हो जाएगा। हालांकि, विपक्षी दल सरकार की उम्मीदों को झटका देते दिख रहे हैं। दरअसल, इस बिल को लेकर विपक्षी दलों के तेवर नरम नहीं दिख रहे हैं। कांग्रेस ने तीन तलाक बिल को राज्यसभा में पारित नहीं होने देने की घोषणा की है।
जानिए क्या होता है व्हिप
व्हिप तीन तरह का होता है- एक लाइन, दो लाइन और तीन लाइन का व्हिप। इन तीनों मे तीन लाइन का व्हिप महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे कठोर कहा जाता है। इसका इस्तेमाल अविश्वास प्रस्ताव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे के लिए किया जाता है तथा उल्लंघन के बाद सदस्य की सदस्यता समाप्त हो जाती है। हालांकि व्हिप को लोकतंत्र की मान्यताओं के अनुकूल नहीं माना जाता है, क्योंकि इसमें सदस्यों को अपनी इच्छा से नहीं, बल्कि पार्टी की इच्छा के अनुसार कार्य करना होता है, जो लोकतंत्र की भावनाओं के विरुद्ध है। व्हिप का उल्लंघन दल बदल विरोधी अधिनियम के अंतर्गत माना जा सकता है और सदस्यता रद की जा सकती है।