देहरादून: उत्तराखंड में मौसम मुसीबत का सबब साबित हो रहा है। पहाड़ और मैदानी इलाकों में रुक रुककर हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। बदरीनाथ और केदारनाथ में बीती रात से बारिश हो रही है। वहीं, चारधाम यात्रा मार्गों के भूस्खलन से खुलने और बंद होने का सिलसिला जारी है। देर शाम यमुनोत्री हाईवे का 50 मीटर हिस्सा धंस गया। यह स्थान यमुनोत्री धाम के अंतिम पड़ाव जानकीचट्टी से पांच किलोमीटर दूर है। इससे अब यमुनोत्री धाम पहुंचना और मुश्किल हो गया है। यात्रियों को धाम तक पहुंचने के लिए 11 किलोमीटर पैदल चलना होगा।
हरिद्वार में बारिश से गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। आज सुबह करीब छह बजे गंगा का जलस्तर 292.50 मीटर था, जबकि चेतावनी निशान 293 मीटर पर और खतरे का निशान 294 मीटर पर है। गंगा में लगातार पानी बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में दहशत का माहौल है। खासकर श्यामपुर, लाल ढांग और लक्सर के तटवर्ती इलाकों में। प्रशासनिक अमला किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए चौकस है।
कैम्टीफॉल में उफान, दुकानें छोड़कर भागे दुकानदार
गुरुवार को दोपहर बाद देहरादून जिले में जबरदस्त बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर में जलभराव से तो लोग त्रस्त रहे ही, मसूरी में भी मसूलधार बारिश परीक्षा लेती रही। विशेषकर कैम्टी फॉल में हड़कंप की स्थिति रही। एकाएक कैम्पटी फॉल में उफान आ गया। झरने का भयावह रूप देख लोग दहशत में आ गए और आसपास बसे दुकानकादार अपनी दुकानें छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर भागे। करीब एक घंटे तक यही स्थिति रही। पानी का बहाव कम होने के बाद भी लोग अपनी दुकानों में वापस आए।
वहीं, उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट के पास 21 जुलाई की शाम से लगातार भूस्खलन हो रहा है। जिससे मार्ग अवरुद्ध है। यमुनौत्री फूलचट्टी से जानकीचट्टी मोटर मार्ग फूलचट्टी के पास लगभग 50 मीटर भाग क्षतिग्रस्त हो गया है।
कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चंपावत जिले में रुक रुककर बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी मौसम के तेवरों में कोई बदलाव नहीं आने वाला है। कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका बनी हुई है।