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तिरंगे से लिपटकर घर पहुंचा शहीदों का पार्थिव शरीर, आज होगा अंतिम संस्‍कार

ऋषिकेश: हे भगवान तूने क्या दिन दिखाया। कोई मेरे लाल को जगाओ, वह सो रहा है, अभी मुस्करा उठेगा…., जिस बेटे के चेहरे पर हमेशा मैंने मुस्कान ही देखी आज मैं उसे इस चेतन शून्य स्थिति में कैसे देखूं। हमीर तू हमें छोड़कर क्यों चला गया, अब पूजा का क्या होगा…, अन्वी की ख्वाहिशों को कौन पूरा करेगा… यह कहते-कहते शहीद हमीर पोखरियाल की मां राजकुमारी बेसुध हो गई। सैनिक पिता किसी तरह कलेजे पर पत्थर रखकर ताबूत में तिरंगे से लिपटे बेटे के पास पहुंचे, मगर इसके बाद उनके भी हाथ कांपने लगे। पत्नी का फिर वही सवाल कि दुश्मन को कब मुंहतोड़ जबाव दोगे… पति का चेहरा देखकर वह भी मूर्छित होकर गिर पड़ीं। आसपास खड़े हजारों लोगों की आंख नम थी। मगर, शहादत को सलाम करते हुए एक बार फिर शहीद हमीर अमर रहे के नारों से आसमान गूंज उठा।, वहीं, उत्तरी-कश्मीर में बांदीपुर के गुरेज सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद मनदीप रावत का पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर से बुधवार शाम कोटद्वार पहुंच गया। आज दोनों शहीदों का अंतिम होगा।

मंगलवार को जम्मू कश्मीर के गुरेज (बांडीपोर) सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ में गुमानीवाला के भट्टोंवाला मार्ग स्थित कुंजापुरी कॉलोनी निवासी 27 वर्षीय हमीर ङ्क्षसह पोखरियाल अपने एक मेजर व तीन अन्य साथियों के साथ शहीद हो गए थे। बुधवार को सायं करीब साढ़े छह बजे शहीद हमीर पोखरियाल का पार्थिव शरीर उनके गुमानीवाला कुंजापुरी कॉलोनी स्थित निवास पर पहुंचा। इससे पूर्व मुख्य मार्ग से शहीद के घर तक सेना के जवान व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शहीद के पार्थिव शरीर को कंधों पर रखकर ले गए।

जैसे ही सेना का वाहन भट्टोंवाला को जाने वाले मार्ग पर पहुंचा लोगों ने शहीद हमीर अमर रहे के नारे लगाने शुरू कर दिए। करीब आधा किलोमीटर का सफर तय करते हुए भारत माता की जय…. पाकिस्तान मुर्दाबाद… के नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। उधर, शहीद का पार्थिव शरीर घर की चौखट पर पहुंचा तो परिजनों का करुण रुंदन और भी तेज हो गया। शहीद का पार्थिव शरीर लेकर उनके घर पहुंचे सेना के मेजर राहुल मिश्रा ने पिता जयेंद्र पोखरियाल को ढांढस बंधाते हुए उन्हें ऑपरेशन की जानकारी दी। शहीद हमीर के छोटे भाई सुनील पोखरियाल का भी रो-रोकर बुरा हाल था। मां राजकुमारी व पत्नी पूजा की आंखों से तो आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। वहीं, मासूम अन्वी अभी भी यह नहीं समझ पाई है कि उसके प्यारे पापा देश की खातिर अब अपनों से बहुत दूर चले गए हैं। जब शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो अन्वी सो रही थी।

सबका चहेता हमीर अब जहन में ही रहेगा 

शहीद हमीर पोखरियाल अपने पूरे परिवार में सभी का चहेता था। वह बचपन से ही अपने से बड़ों, हमउम्र और बच्चों के साथ बेहद घुल-मिलकर रहता था। आज हमीर की शहादत के बाद सभी गहरे सदमे में हैं। हमीर के चाचा जितेंद्र ङ्क्षसह पोखरियाल ने बताया कि हमीर जब भी छुट्टी आता था तो अपने गांव जरूर जाता था। वह इतना व्यवहार कुशल था कि परिवार ही नहीं गांव में भी सभी का चहेता था। ड्यूटी पर जाने के बाद भी हमीर जब भी समय मिलता तो अपने दोस्तों ओर चाचा-चाची की कुशलक्षेम जरूर पूछता था।

वीर सपूत को आज अंतिम विदाई देगी तीर्थनगरी 

शहीद हमीर पोखरियाल का आज मुनिकीरेती के पूर्णानंद घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य विपिन पंत व राजेश रावत ने बताया कि शहीद की अंतिम यात्रा प्रात: नौ बजे घर से मुख्य मार्ग तक आएगी। इसके बाद सेना के वाहन से अमित ग्राम, मनसा देवी फाटक होते हुए आइडीपीएल सिटी गेट, काले की ढाल, ऋषिकेश होते हुए मुनिकीरेती पूर्णानंद घाट पहुंचेगी। जहां सैन्य सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी।

कोटद्वार पहुंचा शहीद मनदीप का शव, उमड़ा जनसैलाब

उत्तरी-कश्मीर में बांदीपुर के गुरेज सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद मनदीप रावत का पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर से बुधवार शाम कोटद्वार पहुंच गया। मनदीप के शव को अंतिम दर्शन के लिए राजकीय बेस चिकित्सालय में रखा गया है, जहां से गुरुवार सुबह उनकी पार्थिव देह को शिवपुर स्थित उनके आवास में ले जाया जाएगा। तदुपरांत आवास से उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी।

बुधवार शाम करीब छह बजे शहीद मनदीप के पार्थिव शरीर को विमान से जौलीग्रांट हवाई अड्डे में लाया गया, जहां से सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से पार्थिव देह को गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर के कौडिय़ा स्थित विक्टोरिया क्रास विजेता गबर ङ्क्षसह कैंप में लाया गया। जैसे ही पार्थिव देह लेकर सेना का विशेष वाहन कैंप से बाहर निकला, भारी तादाद में बाइकों पर सवार युवाओं का काफिला भी इस यात्रा में शामिल हो गया। पार्थिव देह को पूरे सम्मान के साथ नगर के मुख्य मार्गों से होकर बेस चिकित्सालय में लाया गया, जहां एक विशेष कक्ष में पार्थिव देह को सेना व पुलिस की देखरेख में रखा गया है। एसडीएम कमलेश मेहता ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत शहीद मनदीप की देह को चिकित्सालय में रखा गया है। उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह शहीद की देह को परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।

मुक्ति धाम में होगा अंतिम संस्कार, बाजार रहेगा बंद

शहीद मनदीप रावत का अंतिम संस्कार गुरुवार को मुक्ति धाम में होगा। गुरुवार सुबह शहीद के आवास से उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी व मुक्ति धाम में पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इधर, व्यापार मंडल की ओर से गुरुवार को शोक स्वरूप बाजार बंद रखने की घोषणा की गई। साथ ही तमाम व्यापारियों से अधिक से अधिक संख्या में मुक्तिधाम पहुंच शहीद को श्रद्धांजलि देने का आग्रह किया गया है।

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