देहरादून। राष्ट्रीय दृष्टि बाधितार्थ संस्थान (एनआइवीएच) में बीते सितंबर माह में छात्रा के यौन शोषण के मामले में प्रबंधन की आंतरिक जांच में आरोपित छात्र को दोषी पाया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर संस्थान के निदेशक प्रो. नचिकेता राउत ने आरोपित छात्र को एक सेमेस्टर के लिए सस्पेंड कर दिया है। साथ ही छात्र को बिना अनुमति के संस्थान में प्रवेश न करने की हिदायत दी है।
निदेशक प्रो. नचिकेता ने बताया कि 15 सितंबर को एक छात्रा ने सहपाठी पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। शिकायत पर संस्थान ने आंतरिक जांच के लिए कमेटी गठित की थी। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट निदेशक को सौंपी।
रिपोर्ट में बताया कि जांच में पीड़ित छात्रा की ओर से लगाए गए आरोपों की पुष्टि हुई है। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने आरोपित छात्र के खिलाफ एक सेमेस्टर के लिए निलंबन की कार्रवाई की है। साथ ही निलंबन समय सीमा पूरी होने पर भी छात्र को बिना अनुमति संस्थान में प्रवेश नहीं करने देने का निर्देश जारी किया है।
फरार है आरोपित छात्र
आरोपित छात्र राकेश रावत के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसके बाद से वह फरार है। अभी तक आरोपित की कोई जानकारी नहीं मिली है। उधर, पुलिस का कहना है कि आरोपी के मूल पते पर कई बार नोटिस भेजकर उसे थाने में पेश होने की चेतावनी दी गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। एसओ राजपुर अरविंद सिंह ने बताया कि आरोपित के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी गई है।
पीड़िता से की थी कई बार मारपीट
आरोपित छात्रनेता भी था और एक संगठन से जुड़ा था। छात्रा के शिकायत करने के बाद से वह बौखला गया था। आरोप है कि इसके बाद उसने छात्रा से मारपीट भी की। इस बात का जिक्र भी आंतरिक रिपोर्ट में किया गया है। पीड़िता की ओर से बाल आयोग को सूचना देने के बाद यह मामला उजागर हुआ था।