देहरादून: उत्तराखंड में मौसम खुलने से मंगलवार को लोगों को राहत मिली। सुबह पहाड़ों में हल्की बारिश रही, लेकिन बाद में धूप निकल आई। राज्य में चार धाम यात्रा मार्गों का खुलने व बंद होने का क्रम जारी है। चमोली में बदरीनाथ हाईवे दो दिन बाद लामबगड़ में सुबह साढ़े नौ बजे खोल दिया गया, लेकिन यह मार्ग एक घंटे बाद दूसरे स्थान बेनाकुली में मलबा आने से बंद हो गया। गंगोत्री हाईवे टिहरी में करीब पांच घंटे बंद रहा। करीब 137 संपर्क मार्ग अभी मलबा आने से बंंद पड़े हैं और लोगों को आवाजाही में खासी परेशानी का सामान करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन उत्तराखंड में मौसम साफ रहेगा और 17 अगस्त से फिर बारिश शुरू हो सकती है। विशेषकर कुमाऊं मंडल की पहाड़ी जिलों में भारी वर्षा हो सकती है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश मंगलवार को थमी रही। आसमान पर बादलों का डेरा रहा। मलबा आने से राजमार्गों व संपर्क मार्गों के बंद होने का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है। नैनीताल में पहाड़ी दरकने से ज्योलीकोट-कर्णप्रयाग हाइवे वीरभट्टी के समीप मलबा आने से बंद है। वहीं टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग टिफिन टॉप के समीप मलबा आने से तीन दिन से बंद पड़ा है।
तराई में सोमवार को बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। खटीमा, नानकमत्ता, सितारगंज एवं बाजपुर आदि इलाकों में जबरदस्त जलभराव के चलते करीब 200 परिवारों को विस्थापित करना पड़ा था। मंगलवार को हालात कुछ हद तक ठीक होने के बाद अब लोग घरों को लौट रहे हैं।