हरिद्वार: गंगा रक्षा को लेकर मातृसदन आश्रम में तप कर रहे स्वामी सानंद को प्रशासन ने उठा लिया है। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है।
आपको बता दें कि सानंद उत्तराखंड की छह नदियों पर जल विद्युत परियोजनाओं के खिलाफ पिछले 111 दिन से अनशन कर रहे हैं। उन्हें मनाने के लिए मंगलवार को सांसद निशंक भी हरिद्वार पहुंचे। जगजीतपुर स्थित मातृसदन में निशंक और स्वामी सानंद के बीच करीब एक घंटा चली वार्ता के बाद भी सानंद अपनी मांगों पर अडिग रहे।
देर शाम स्वामी सानंद ने बताया कि जब तक केंद्र सरकार इस संबंध में कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं करती है, तब तक वे जल ग्रहण नहीं करेंगे। अपने पूर्व निर्णय के अनुसार दोपहर बाद से उन्होंने जल का त्याग कर दिया।
गौरतलब है कि तप कर रहे सानंद को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री उमा भारती के अलावा नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के डायरेक्टर राजीव रंजन मिश्र व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मुख्य सचिव सहित कई लोग पिछले दिनों मातृसदन पहुंच चुके हैं।
यह हैं प्रमुख मांगे
उत्तराखंड की भागीरथी, मंदाकिनी, अलकनंदा, पिंडरड, धौली गंगा और विष्णु गंगा नदी पर निर्माणाधीन व प्रस्तावित जल विद्युत परियोजनाओं पर रोक लगाई जाए। गंगा क्षेत्र में वनों के कटान व खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। गंगा से जुड़े अहम फैसलों के लिए गंगा भक्त परिषद का गठन किया जाए। परिषद में गंगा में आस्था व श्रद्धा रखने वाले लोग और हर पहलु पर जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों को शामिल किया जाए। इस परिषद में केंद्र व राज्य सरकार या ब्यूरोक्रेटस का हस्तक्षेप न हो।
पीएम मोदी से सानंद का जीवन बचाने की अपील
स्वामी ज्ञानस्वरूप के अनशन को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर, अरुणा राय, मल्लिका साराभाई, ललिता रामदास, कविता श्रीवास्तव, राजेन्द्र सिंह, राजमोहन गांधी, एडमिरल लक्ष्मीनारायण रामदास, भरत झुनझुनवाला, सुधीन्द्र कुलकर्णी, आनंद पटवर्धन, स्वामी अग्निवेश, प्रो. अनिल सदगोपाल, रवि चोपड़ा, डॉ. अरविंवद गुप्ता, मधु पूर्णिमा किश्वर, प्रो. मिशेल डेनीनो, प्रो. मक्कखन लाल, डा. टी. हनुमान चैधरी, दिल्ली के सीएम अररविंद केजरीवाल, आलोक अग्रवाल, संजय सिंह, पंकज पुष्कर, संदीप पाण्डेय आदि पीएम मोदी से सानंद का जीवन बचाने की अपील कर चुके हैं।