देहरादून। एक साल के भीतर दून में पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) से घरों में खाना पकने लगेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से परियोजना का शिलान्यास किया।
परियोजना के निर्माण के बाद दून शहर समेत जिले के आसपास के विभिन्न क्षेत्रों की करीब 17 लाख से अधिक की आबादी को इसका लाभ मिलेगा। परियोजना का निर्माण गेल गैस लिमिटेड कंपनी कर रही है।
भारतीय पेट्रोलियम संस्थान में आयोजित कार्यक्रम स्थल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक गैस के उपयोग से प्रदूषण भी कम होगा और इससे देश वर्ष 2030 तक के उस लक्ष्य को भी हासिल कर पाएगा, जिसमें 2.5 से 03 बिलियन टन तक कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन कम किया जाना है।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक गैस के प्रयोग की तरफ देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2014 तक 66 जिले ही सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) से जुड़े थे, जबकि आज यह संख्या 174 को पार कर गई है। निकट भविष्य में ही यह आंकड़ा 400 जिलों को पार कर जाएगा।
इससे पहले कार्यक्रम को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय वाहनों की संख्या 32 लाख पार कर गई है। पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से जरूरी है कि सीएनजी वाले वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा।
सीजीडी परियोजना के माध्यम से यह संभव हो पाएगा। इस अवसर पर केंद्रीय वस्त्र एवं कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा, हरिद्वार क्षेत्र के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, टिहरी सांसद राज्य लक्ष्मी शाह, भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के निदेशक डॉ. अंजन रे आदि उपस्थित रहे।
इस तरह घरों में पहुंचेगी गैस
पीएनजी पाइपों के सहारे से घरों में पहुंचेगी और प्रति कनेक्शन एक मीटर भी लगाया जाएगा। ताकि खपत का हिसाब लग पाए। पीएनजी के बाद लोगों को एलपीजी सिलेंडर के लिए लाइन में लगने या गैस का अनावश्यक इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। घरेलू प्रयोग के अलावा पीएनजी का लाभ विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी उठा सकेंगे।
दून के इन क्षेत्रों को भी मिलेगा लाभ
ऋषिकेश, डोईवाला, विकासनगर, कालसी, चकराता, त्यूणी में भी पीएनजी का लाभ मिल सकेगा।
सीएनजी के बनेंगे 50 स्टेशन
सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) परियोजना के तहत वाहनों में सीएनजी (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) के प्रयोग के लिए दून में 50 स्टेशनों की स्थापना भी की जाएगी।
परियोजना पर एक नजर
-परियोजना की कुल लागत करीब 2274 करोड़ रुपये है।
-यह पूंजी निवेश करीब 25 वर्षों तक के लिए रहेगा।
-परियोजना में 900 इंच किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जाएंगी।
-दून में गैस की सप्लाई गेल के दादरी-भवाना-नागल के मुख्य स्रोत से की जाएगी। हालांकि दून की लाइन हरिद्वार से कनेक्ट होगी, यहां पहले से काम चल रहा है।