www.youngorganiser.com// नई दिल्ली Mon,25,Feb,2019. updated,09:11 AM IST ( Kuldeep Sharma, Young Organiser Jammu)
नई दिल्ली-पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमले का बदला आखिरकार पीएम मोदी और उनकी सरकार ने ले ही लिया। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान पर बड़ी कार्रवाई की है। वायुसेना ने एलओसी को पार कर भारतीय वायुसेना के 10 मिराज विमानों ने जैश के ठिकानों को तबाह कर दिया है। लेकिन इस पूरे आपरेशन की सबसे खास बात ये रही कि पीएम मोदी ने व्यक्तिगत रूप से साउथ ब्लॉक में बने सिचुएशन रूम में पूरे ऑपरेशन की निगरानी की।
जिन कैंपों को ध्वस्त किया उनकी पहचान 20-21 फरवरी को की गई थी-रक्षा मंत्री को पाकिस्तान से बदला लेने के लिए कई विकल्प दिए गए थे। एयर स्ट्राइक का पूरा प्लान खुद वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने बनाया था। इसके बाद सेना और वायुसेना ने एलओसी के आसपास हवाई सर्विलांस किया। इसके लिए ड्रोंस का इस्तेमाल किया गया। जिन कैंप को निशाना बनाया गया, उनकी पहचान 20-21 फरवरी के बीच ही कर ली गई थी। मुख्य हमले से पहले रिफ्यूलर टैंक ने ट्रायल उड़ान भरी थी। मुख्य हमले में वायुसेना ने लेजर गाइडेड बम का इस्तेमाल किया।
एवेक्स विमान ने भटिंडा एयरवेस से उड़ान भरी- वायुसेना के पास मिराज लड़ाकू विमान की तीन स्क्वाड्रन हैं, जिनमें से दो का इस्तेमाल इस ऑपरेशन में किया गया। इन दोनों स्क्वाड्रन से 6-6 फाइटर जेट लिए गए। इसके साथ ही रिफ्यूलर टैंकर भी था, इसका मतलब है कि अगर रास्ते में किसी विमान का ईंधन खत्म हो जाता तो उसे हवा में ही भरा जा सकता था। इसके साथ ही एक एवेक्स विमान ने भी भटिंडा एयरवेस से उड़ान भरी, इसने उस इलाके की जांच की जहां से इन मिराज विमानों को जाना था। इसने जांचा कि इस इलाके में कोई पाकिस्तानी जहाज उड़ान नहीं भर रहा। बॉर्डर पर एलओसी पर नजर रखने के लिए हमले में ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया। इसके बाद 12 मिराज 2000 विमानों ने एलओसी क्रॉस की, इसके बाद पीओके क्रॉस कर खैबर पख्तूनख्वा तक पहुंचे। वहां पर मनसेना जिले के बालाकोट में जैश के सबसे पुराने कैंप पर हमला किया। इन विमानों ने लेजर गाइडेड बम का इस्तेमाल किया, इस दौरान 20-22 मिनट तक ऑपरेशन को किया।