देहरादून: उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में मौसम परेशानी का सबब बना है। करीब 70 से अधिक संपर्क मार्ग मलबा आने से बंद हैं, बागेश्वर में बारिश-भूस्खलन से खतरे की जद में आए नौ परिवारों को पंचायत घर में शिफ्ट किया गया है तो पिथौरागढ़ में थल-मुनस्यारी मार्ग फल्याटी के पास आठ मीटर बहने से मुनस्यारी का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।
उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। शुक्रवार को बागेश्वर में दो मवेशी अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गए। खराब मौसम के चलते पिथौरागढ़ और गुंजी के बीच हेलीकाप्टर उड़ान नहीं हो सकी और सातवें कैलास मानसरोवर यात्रा दल के यात्रियों को छठे दिन भी पिथौरागढ़ में ही रोकना पड़ा। गढ़वाल में बारिश से चार धाम यात्रा आंशिक तौर पर प्रभावित रही।
उत्तरकाशी के नालूपानी में गंगोत्री हाईवे के करीब 16 घंटे बंद रहने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, यमुनोत्री हाइवे भी आज सुबह दो घंटे तक बंद रहा। उधर चमोली में डेढ़ दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग बाधित होने के कारण करीब दो सौ गांवों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
शनिवार की सुबह हालांकि उत्तराखंड के अमूमन जिलों में बारिश थमी रही, लेकिन दोपहर बाद देहरादून सहित विभिन्न इलाकों में रिमझिम बारिश का दौर फिर शुरू हो गया। चारधाम यात्रा भी सुचारु है। मौसम विभाग के मुताबिक अभी बारिश का दौर थमा नहीं है। आगामी चौबीस घंटे तक उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर बारिश होगी।