देहरादून: एक बार फिर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुई। सोमवार सुबह से मौसम ने करवट ले ली। दून समेत कई जिलों में रुक रुककर बारिश हो रही है। वहीं, बारिश के कारण हुए भूस्खलन से चमोली में बदरीनाथ हाईवे क्षेत्रपाल और पागलनाला के पास बंद है। उत्तरकाशी में एनएच-94 धरासू-यमुनोत्री मार्ग डाबरकोट के पास मार्ग अवरुद्ध है। वहीं, टिहरी में गंगोत्री राजमार्ग नरेंद्रनगर और ताचला के पास मलबा आने से बाधित है। मौसम विभाग ने राज्य में भारी बारिश की आशंका जताई है। विशेषकर कुमाऊं क्षेत्र में मौसम का मिजाज ज्यादा तल्ख रहेगा। इस दौरान बादल फटने के साथ ही बज्रपात की घटनाएं होने का अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर शासन ने सभी जिलाधिकारियों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बीच रविवार को प्रदेश में बारिश भले ही नहीं हुई हो, लेकिन आसमान में काले बादल डेरा डाले हुए हैं। चमोली जिले में शुक्रवार से बंद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रविवार को भी बहाल नहीं हो पाया। करीब पांच सौ यात्रियों को बदरीनाथ और पांडुकेश्वर में रोका गया है। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि बदरीनाथ के निकट लामबगड़ में मलबा साफ कर दिया गया है, लेकिन इस बीच जोशीमठ के पास हाथी पहाड़ समेत दो और स्थानों पर मलबा आ गया। हालांकि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को उम्मीद है इन दो स्थानों पर देर रात तक मलबा हटा लिया जाएगा। केदारनाथ हाईवे पर भी भूस्खलन से आवाजाही बाधित होती रही। प्रदेश में दरकती पहाड़ियों के कारण 50 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं।
देहरादून में सुबह हुई झमाझम बारिश
शहर व आसपास के इलाकों में तड़के करीब तीन बजे से गर्जना के साथ बारिश शुरू हुई। चार बजे से कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई। हालांकि, सुबह 6 बजे बारिश थम गई। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार तीन दिन तक उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं, मसूरी में मूसलाधार बारिश से मसूरी-चकराता हाईवे कैम्पटी फॉल से 4 किमी आगे कांडीखाल में सड़क पर बोल्डर और मलवा आने से बंद है। सड़क के दोनों ओर दर्जनों वाहन फंसे है। जेसीबी की मदद से मलबा हटाया जा रहा है।