देहरादून: प्रेमनगर में अतिक्रमण ध्वस्तीकरण के तीसरे दिन सड़क चौड़ीकरण के दौरान अचानक व्यापारी भड़क गए। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को घेर लिया और सभी मशीनों को बंद करा दिया। तनाव बढ़ने की सूचना पर सीनियर अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। व्यापारियों की बात सुनने के बाद अधिकारियों ने उन्हें अतिक्रमण खुद तोड़ने के लिए 48 घंटे की मोहलत दी है।
इसके बाद बुधवार से कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। हाईकोर्ट के आदेश पर प्रेमनगर बाजार में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही है। सुबह पहुंची टास्क फोर्स ने शनिवार को ध्वस्त किए गए अतिक्रमण का मलबा हटाया। इसके बाद प्रेमनगर चौक और केहरी गांव के बीच टीले पर बने भवनों का ध्वस्तीकरण शुरू किया। साथ ही प्रेमनगर चौक पर चौड़ीकरण शुरू हुआ।
इसी बीच स्थानीय व्यापारी अचानक विरोध में खड़े हो गए। व्यापारियों ने जेसीबी और पोकलेन मशीनों के आगे खड़े होकर काम बंद करा दिया। गुस्साए व्यापारी मौके पर मौजूद एसडीएम मसूरी मीनाक्षी पटवाल और एसडीएम चकराता बृजेश तिवारी के पास पहुंच गए। उनका घेराव करते हुए कार्रवाई को एकतरफा बताया। कहा कि आधे तोड़े गए भवनों से सुरक्षित भवनों को भी खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा सड़क चौड़ीकरण से भी बाजार और बस्ती पर खतरा मंडराने लगा है।
व्यापारियों की नाराजगी को देखते हुए अफसरों ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद आनन-फानन में सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल, एसडीएम सदर प्रत्यूष सिंह और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। व्यापारियों के बीच हुई वार्ता के बाद शेष अतिक्रमण को स्वयं हटाने को 48 घंटे की मोहलत दी गई। इसके अलावा कैंट बोर्ड को इस मामले में उचित निर्देश देने का भरोसा दिया है। इस दौरान व्यापारी नेता राजीव पुंज, एडवोकेट प्रकाश टी पाल, रवि भाटिया, सुमित खन्ना, आदि मौजूद रहे।
दो गुटों में बंट गए व्यापारी
प्रेमनगर में अतिक्रमण के खिलाफ हो रही कार्रवाई को लेकर व्यापारी दो गुटों में बंट गए हैं। यहां एक गुट कार्रवाई के पक्ष में है। वहीं दूसरा गुट दबी जुबान में विरोध कर रहा है। दो दिन तक गुटबाजी के चलते विरोध नहीं हुआ।अधिकतर व्यापारी और दूसरे नेता वहां पहुंच गए। यही नहीं, अतिक्रमण को लेकर बाजार और न्यू मीठीबेहड़ी के लोग आमने-सामने आ गए।
इस दौरान दोहरी कार्रवाई का आरोप लगाते हुए महिलाओं ने अधिकारियों को खरी-खरी सुनाई। कहा कि अतिक्रमण जितना है, वह दोनों तरफ बराबर तोड़ा जाए। एक तरफ ज्यादा और दूसरे तरफ कम तोड़ना कौन सा न्याय है। इससे भी कुछ देन तनाव की स्थिति बनी रही।
कैंट बोर्ड के फरमान से व्यापारी चिंतित
प्रेमनगर में अतिक्रमण हटाने के बाद कैंट बोर्ड के नियोजित विकास की योजना और तय बायलॉज के अनुसार ही निर्माण की अनुमति दिए जाने के फरमान पर व्यापारी चिंतित हैं। इसे लेकर व्यापारियों ने अधिकारियों के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि पहले तो अतिक्रमण से उनकी रोजी-रोटी छीन गई। अब आधे बचे भवनों के निर्माण की अनुमति नहीं मिली तो वह बर्बाद हो जाएंगे।
हालांकि, अधिकारियों ने उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। उल्लेखनीय है कि कैंट बोर्ड अब यहां नए निर्माण को लेकर सख्ती बरतने लगा है। इसके लिए कैंट बोर्ड ने रणनीति बनाते हुए नए निर्माण कराने को सभी मानकों का पालन कराने की बात कही है।
प्रेमनगर बाजार खुला, बढ़ी चहल-पहल
हाई कोर्ट के आदेश पर प्रेमनगर बाजार में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के तीन दिन बाद बाजार खुल गया। इससे चहल-पहल बढ़ने के साथ ही लोगों ने राहत की सांस ली। मुख्य बाजार और ठाकुरपुर रोड पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई।
अब मुख्य सड़कों से यातायात का संचालन भी शुरू किया जा रहा है। प्रेमनगर बाजार में अवैध निर्माण ध्वस्त करने के बाद मुख्य चौक काफी खुल गया है। प्रेमनगर थाने से लेकर ठाकुरपुर रोड तक करीब एक किमी क्षेत्र सीधा नजर आ रहा है। पहले चौक पर हर वक्त जाम की स्थिति रहती थी। लेकिन, अब यहां से एक साथ चार-चार गाड़ियां मुड़ सकती हैं।
बाजार में लोगों की भीड़ जुटी तो चहल-पहल भी दिखी। इसके अलावा दो दिनों से बंद बाजार भी खुल गया। हालांकि अभी भी बिजली को लेकर कुछ हिस्से में दिक्कतें हैं। लेकिन, जेनरेटरों से बिजली आपूर्ति की जा रही है। वहीं प्रेमनगर चौक पर विक्रम, टेंपो, टैक्सी और सिटी बसों का संचालन भी होने लगा है।
मजार के पास लगा जाम
ट्रैफिक डायवर्ट रहने से केहरी गांव से पेट्रोल पंप की चढ़ाई पर जाम लग गया। इससे प्रेमनगर क्षेत्र में आवाजाही करने वालों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। खासकर मिट्ठीबेहड़ी मजार के पास खराब सड़क के चलते कई दुपहिया वाहन चालक चोटिल भी हो गए। इस दौरान पुलिस को जाम खुलवाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
कांवली, राजपुर रोड और पलटन बाजार का अतिक्रमण हटेगा
प्रेमनगर में बड़ी कार्रवाई के बाद प्रशासन के सामने कांवली रोड, राजपुर रोड और पलटन बाजार के अतिक्रमण को हटाने की चुनौती रहेगी। 17 जुलाई से विधानसभा सत्र भी शुरू हो रहा है। ऐसे में फोर्स की कमी के चलते कार्रवाई की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।
हालांकि अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि इस बीच हटाए गए अतिक्रमण का रि-सर्वे कराया जाएगा। ताकि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा सके ।