अहमदाबाद। आरक्षण, किसानों की ऋणमाफी व राजद्रोह के आरोप में जेल में बंद पाटीदार नेता अल्पेश कथीरिया की रिहाई की मांग को लेकर 14 दिन से अनशन पर बैठे हार्दिक पटेल ने अनशन खत्म करने के संकेत दिए हैं। पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल ने खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल के मध्यस्थ बनने के फैसले को स्वीकार लिया है। नरेश पटेल पाटीदार समिति के सदस्यों से मिलकर सरकार से बातचीत का एजेंडा तैयार कर रहे हैं। इसके अलावा पुलिस के दो अधिकारी अहमदाबाद जोन डीसीपी जयराज सिंह व जेसीपी जेके भट्ट ने हार्दिक से मुलाकात की।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हार्दिक जब भी चाहेंगे हम उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने में मदद को तैयार हैं। उधर, हार्दिक ने खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल को सरकार से बातचीत के लिए अधिकृत करते हुए तीन से दो मांग स्वीकारने पर अनशन समाप्त करने की हामी भरी है। शुक्रवार को महाराष्ट्र के किसान नेता राजू शेट्टी व राजस्थान में शराबंदी आंदोलन कर रही पूजा छाबडा ने भी हार्दिक से मुलाकात की। नरेश पटेल हादिक से मुलाकात करेंगे लेकिन उससे पहले उनके साथी विधायक ललित वसोया, विधायक किरीट पटेल, पाटीदार नेता मनोज पनारा, दिनेश भामणिया, दिनेश कुंभाणिया आदि ने अहमदाबाद में एक बैठक कर सरकार से वार्ता के लिए एक एजेंडा तैयार किया।
पाटीदार समिति के सदस्यों को आशंका है कि पुलिस हार्दिक की बिगड़ीती तबीयत का हवाला देकर कभी भी उन्हें जबरदस्ती अस्पताल में भर्ती करा सकती है। चिकित्सकों ने हार्दिक को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है। उनका कहना है कि किडनी व यूरिन का संक्रमण शरीर में फैल सकता है लेकिन हार्दिक फिलहाल अस्पताल जाने को तैयार नहीं है।
कांग्रेस की धमकी
उधर, हार्दिक पटेल के अनशन को गुजरात कांग्रेस का भी साथ मिल रहा है। कांग्रेस ने राज्य सरकार को उपवास पर बैठने की धमकी दी है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अगर राज्य सरकार पाटीदार नेता हार्दिक पटेल से बातचीत नहीं करती है तो वह उनके समर्थन में शुक्रवार को 24 घंटे का उपवास रखेगी।