देहरादून। प्रदेशभर में गुरुनानक देव का 549 प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह पर्व सिखों का प्रमुख पर्व है, जिसे गुरु पर्व या प्रकाशोत्सव भी कहा जाता है। इसे सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को गुरुपर्व की शुभकामनाएं दी हैं।
गुरुनानक देव की जयंती पर जगह-जगह नगर कीर्तन निकाले जा रहे हैं। ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में नगर कीर्तन गुरुद्वारा सिंह सभा से प्रारंभ होकर ननकाना साहिब पहुंचा। जहां पर मत्था टेकने के बाद पंच प्यारे द्वारा संगत को गुरुवाणी से जोड़ा गया। इसके बाद नगर कीर्तन शहर से होते हुए दोबारा गुरुद्वारा सिंह सभा में जाकर समाप्त हुआ। इस दौरान सिख पंथ के लोगों ने प्रकाश पर्व को श्रद्धाभाव से मनाया।
इस मौके पर सुबह छह बजे गुरुद्वारा सिंह सभा से नगर कीर्तन शुरू होकर रामनगर रोड, चीमा चौराहा, नागनाथ मंदिर होते हुए पक्काकोट स्थित ननकाना साहिब पहुंचा। जहां पर संगत के लोगों ने मत्था टेका। पंच प्यारों के साथ ही गुरु साहिब के जीवन को प्रदर्शित करतीं अनेक मनोरम झांकियां निकाली गईं। इस दौरान बच्चों व योद्धाओं का जौहर आकर्षण का केंद्र रहे। इसके बाद नगर कीर्तन ननकाना साहिब से शुरू होकर मोहल्ला किला, मुख्य बाजार, एमपी चौक होते हुए वापस गुरुद्वारा सिंह सभा में पहुंचकर समाप्त हुआ। इस बीच सिख पंथ के लोगों ने जगह-जगह प्रसाद वितरण कर नगर-कीर्तन का स्वागत किया।
सीएम ने दी प्रकाशोत्सव की शुभकामनाएं
वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से शुक्रवार को गुरूनानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रीय सिक्ख संगत के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुरुनानक देव ने हमें प्रेम, सामाजिक समरसता और शांति के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। उनकी शिक्षाएं आज पहले से अधिक प्रासंगिक हो गई है। मुख्यमंत्री ने इस प्रकाश उत्सव पर प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की है।