मुंबई। कई बार तो राष्टीय फिल्म पुरस्कारों के चयन को लेकर सवाल उठाये जाते रहे हैं लेकिन इस बार अवॉर्डस के वितरण को लेकर ही फिल्मी कलाकारों ने नाराज़गी वक्त कर दी है। ख़बर है कि राष्ट्रीय पुरस्कार पाने के लिए घोषित किये गए करीब 60 लोगों ने पुरस्कार समारोह का बहिष्कार करना का फैसला किया है।
आज गुरूवार शाम साढ़े पांच बजे 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिल्ली के विज्ञान भवन में दिए जाएंगे। समाचार एजेंसी पीटीआई ने इस बारे में जानकारी दी है। उनका विरोध इस बात को लेकर हुआ है जब उन्हें ये पता चला कि इस बार के सिर्फ 11 अवॉर्डस राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों दिए जाएंगे जबकि बाकी का वितरण सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर करेंगे।
इस बारे में कलाकारों ने फिल्म फेस्टिवल के निदेशक, राष्ट्रपति कार्यालय और सूचना और प्रसारण मंत्रायल को एक लेटर लिखा है कि इस बात से वो बहुत ही निराश हैं। उनका विरोध इस बात को लेकर है कि उन्हें सिर्फ एक दिन पहले इस बात का पता चला कि राष्ट्रपति सभी पुरस्कार नहीं देंगे। लेटर में कहा गया है कि उन्हें लगता है कि उनके साथ विश्वासघात किया जा रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि 65 वर्षों से चली आ रही परंपरा को एक ही झटके में बदल दिया गया। हम कलाकार और फिल्म मेकर्स अपने सपनों को पूरा करने के लिए सब कुछ झोंक देते हैं और उसके लिए हमें जो सराहना मिलती है वो आसानी से नहीं मिलती। इसके बारे में सूचना प्रसारण मंत्री से भी बात की गई लेकिन जब हमारी बात सुनी ही नहीं जा रही है तो समारोह में न शामिल होने का फैसला करने के अलावा कोई चारा ही नहीं है।
बता दें कि 65वें फिल्म पुरस्कारों की घोषणा 13 अप्रैल को हुई थी और इस बार विनोद खन्ना और श्रीदेवी को मरणोपरांत दादा साहब फाल्के और बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया जा रहा है। बोनी कपूर अपनी दोनों बेटियों जाह्नवी और ख़ुशी के साथ वहां पहले से ही हैं।