डीडीहाट, पिथौरागढ़ : नाबालिग से शादी रचाने गए दूल्हे को बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा। लड़की के मां, बाप ने थाने पहुंच कर शपथ पत्र भर कर दिया।
मंगलवार को अस्कोट क्षेत्र के एक गांव से बरात डीडीहाट नगर के आसपास के गांव में गई थी। अस्कोट से गाजे, बाजे और छलिया नृत्य के साथ बरात डीडीहाट को रवाना हुई । मात्र 11 किमी की दूरी होने से बरात आधे घंटे में डीडीहाट पहुंच गई। एक दिवसीय शादी कार्यक्रम होने से दिन में विवाह कार्यक्रम के बाद बरात सायं को लौटनी थी। इसी बीच कुछ लोगों द्वारा दुल्हन के नाबालिग होने की जानकारी तत्काल डीडीहाट और अस्कोट थाने को दी। जिस पर डीडीहाट पुलिस सक्रिय हो गई।
कोतवाली प्रभारी धीरेंद्र कुमार, एसआइ अशोक धनकड़, मोहन सिंह रावत और महिला पुलिस दुल्हन के घर पहुंच गए, जहां पर बारात के स्वागत की तैयारियां हो रही थी वहां दरवाजे पर पुलिस के पहुंचने से दुल्हन के घर सहित पूरे गांव में हलचल मच गई। पुलिस ने दुल्हन की उम्र के बारे में जानकारी मांगी। दुल्हन के माता और पिता को थाने में बुलाया।
दुल्हन से पूछने पर उसने अपनी उम्र 17 वर्ष बताई। थाने में पहुंचे माता और पिता ने विवाह के लिए उम्र की बाध्यता के कानून की जानकारी नहीं होने की बात बताई। जिसे देखते हुए पुलिस ने उनसे 18 वर्ष पूरे नहीं होने तक पुत्री की शादी नहीं कराने की शपथ भरी। यह सब देखते हुए शादी में भाग लेने आए नाते, रिश्तेदार भी खिसक लिए है।
वहीं बरातियों को भी इसकी भनक लग गई। बताया जा रहा है कि इसे लेकर अभी शादी कर दुल्हन को मायके में ही रहने देने को लेकर समझौते की भी बात की गई, परंतु पुलिस के सक्रिय रहने से यह भी संभव नहीं हो सका। अंत में दुल्हन के बालिग होने के बाद ही दोनों पक्षों द्वारा शादी करने पर सहमति बनी और बरात वापस लौट गई।