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Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 14th June 2020.
Sun, 02:07 PM (IST) : Team Work: Siddharth & Kapish Sharama
नई दिल्ली : भारत में लॉकडाउन खोले जाने के साथ-साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में बढ़ रहे कोरोना के पॉजिटिव मामलों ने केंद्र और राज्य सरकारों की नींदें उड़ा दी हैं। इसी बीच कुछ राहत की उम्मीद भी जगने लगी है। एक ओर दुनियाभर में ऐक्टिव मामलों की तुलना में ठीक हो चुके लोगों की संख्या ज्यादा हो चुकी है वहीं भारत में भी रिकवरी रेट 50% छूने के करीब पहुंच चुका है। इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज राजधानी दिल्ली में COVID-19 की स्थिति पर चर्चा के लिए उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक भी करेंगे।ऐक्टिव से ज्यादा ठीक हो चुके लोगदुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में 78 लाख 54 हजार 879 लोग आ चुके हैं जबकि 4 लाख 31 हजार 724 लोगों की मौत हो चुकी है। पॉजिटिव पाए गए मामलों में से अभी भी 34 लाख 5 हजार 411 केस ऐक्टिव हैं। ये वे लोग हैं जो अभी भी वायरस की जद में हैं और इनका इलाज चल रहा है। अच्छी खबर यह है कि वायरस को हराने वालों की संख्या ऐक्टिव मामलों से आगे निकल चुकी है। दुनियाभर में कुल 40 लाख 17 हजार 744 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं।50% के करीब रिकवरी रेटभारत की बात की जाए तो यहां रिकवरी रेट 50% पर पहुंच रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक शनिवार शाम तक तक देश में 1 लाख 54 हजार 329 लोग इन्फेक्शन को मात दे चुके हैं। अभी भी 1 लाख 45 हजार 779 लोग वायरस की चपेट में हैं और उनका इलाज जारी है। देश में कुल 55 लाख 7 हजार 182 टेस्ट किए जा चुके हैं। हालांकि, भारत अभी सबसे ज्यादा इन्फेक्शन के मामले में दुनिया में चौथे नंबर पर है।आज सुबह 11 बजे गृह मंत्रालय में बुलाई गई बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, एम्स के डायरेक्टर, राज्य आपादा प्रबंधन प्राधिकरण (S.D.M.A) के सदस्य और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शनिवार को वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में खासतौर से दिल्ली के हालत पर चर्चा की थी। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्र और दिल्ली सरकार तथा एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक करनी चाहिए ताकि राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों से कारगर ढंग से निपटा जा सके।