काशीपुर। कांग्रेस की पीसीसी सदस्य मुक्ता सिंह और पति रविंदर सिंह की गिरफ्तारी से कांग्रेसियों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने सरकार पर राजनीतिक द्वेष के चलते गिरफ्तारी कराने की कार्रवाई का आरोप लगाया। साथ ही कोतवाल को तानाशाह बताते हुए निलंबन की मांग की। कांग्रेसियों ने सीएम का पुतला फूंककर एकजुट हो लड़ाई लड़ने का आह्वान किया।
कांग्रेस से मेयर पद के लिए चुनाव लड़ी मुक्ता सिंह और पति रविंदर सिंह को पुलिस ने गुरुवार को दहेज उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया था। न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में उन्हें जेल भेज दिया था।
पूरे प्रकरण को कांग्रेस ने राजनीतिक द्वेष करार देते हुए पुलिस प्रशासन के साथ ही सीएम त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ नारेबाजी की। कार्यकर्ता काशीपुर के एमपी चौक पर एकत्र हुए और सीएम का पुतला जलाया। वक्ताओं ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद जिस तरह से कोतवाल ने तानाशाही दिखाते हुए महिलाओं और सम्मानितजनों को धक्का देकर कोतवाली से बाहर निकाला। ऐसा सिर्फ सत्ता के दबाव में आकर किया जा सकता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने हिटलर और तानाशाही दिखते हुए सरकारी मशीनरी का दुरपयोग किया है। कहा कि एक आइओ ने जांच कर जिस मुक्ता सिंह और पति को निर्दोष साबित करते हुए चार्जशीट दाखिल की थी। उन्हें दूसरे आइओ ने जांच कर दोषी करार दे दिया गया। एसएसपी द्वारा पुनः जांच के आदेश दिया जाना षड्यंत्र बताया।
कहा कि एसएसपी जिला ऊधमसिंह नगर में भाजपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। मुक्ता पर लगाए गए आरोप इतने संगीन नहीं थे कि उनकी गिरफ्तारी की गई। दहेज के आरोप में 41 सीआरपीसी का नोटिस तामील कर कोतवाली से भी जमानत दी जा सकती है।
कांग्रेसियों ने कहा कि हम सब एक हैं। मुक्ता सिंह के खिलाफ बेज्जती के आशय से की गई कार्रवाई के खिलाफ जाकर कांग्रेसी सड़कों पर उतरेंगे। कांग्रेसी इसके खिलाफ दिल्ली तक जाएंगे। आरोप लगाया कि मेयर पद के लिए की गई मतगणना में भी व्यापक पैमाने पर धांधली की गई है।
इस मौके पर कांग्रेस नगर अध्यक्ष संदीप सहगल, मुकेश मेहरोत्रा, विमल गुड़िया, रोशनी बेगम, मुशर्रफ हुसैन, सफीक अंसारी, जितेंद्र सरस्वती, अलका पाल, लता शर्मा, आदि मौजूद रहे।