देहरादून: हाईकोर्ट के आदेश पर पहले दिन शहर के दो जोन में चली कार्रवाई के दौरान 71 पक्के निर्माण ध्वस्त किए गए। इस दौरान अलग-अलग टीमों ने 200 नए अतिक्रमण चिह्नित किए, ऐसे में अब तक कुल 326 अतिक्रमण पर लाल निशान लगाए जा चुके हैं। इधर, अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान शहर की सड़कों पर पुलिस फोर्स छावनी में तब्दील रही। शासन-प्रशासन के अफसर अतिक्रमण हटाने की मॉनीटरिंग करते रहे। रिस्पना में अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश भी मोर्चे पर डटे नजर आए।
हाईकोर्ट के आदेश पर राजधानी में गुरुवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हो गई। पहले दिन दो जोन में अतिक्रमण हटाया गया। हरिद्वार रोड पर रिस्पना से चंचल स्वीट शॉप तक सबसे ज्यादा 37 पक्के अतिक्रमण ध्वस्त किए गए। यहां बड़े अस्तपाल, स्कूल, दुकानें, होटल, ढाबे और घरों की चहारदीवारी पर जेसीबी चलाई गई। करीब आधा किमी की दूरी पर दोनों तरफ यहां अतिक्रमण हटाया गया।
अतिक्रमण हटाने के लिए सुबह से शाम तक सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल, एसडीएम मसूरी मीनाक्षी पटवाल, सीओ सिटी चंद्रमोहन सिंह, इंस्पेक्टर राजेश साह मौके पर डटे रहे। जबकि एडीएम अरविंद पांडेय, एसपी सिटी प्रदीप राय, लोनिवि व नगर निगम के अधिकारी पूरे दिन मॉनीटरिंग करते रहे। इस जोन में 50 नए अतिक्रमण चिह्नित किए गए।
इधर, जोन तीन में निरंजनपुर मंडी से मातावाला बाग के पास तक करीब 34 अतिक्रमण हटाए गए। यहां एसडीएम सदर प्रत्यूष सिंह के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स के साथ अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया। यहां सड़क किनारे लगे निजी प्रतिष्ठानों के बोर्ड भी जेसीबी से हटाए गए। अभियान आढ़त बाजार तक चलना था, लेकिन बारिश और चिह्नीकरण का काम पूरा नहीं होने के कारण मातावाला बाग तक ही अतिक्रमण ध्वस्त किया जा सका। यहां 45 नए अतिक्रमण चिह्नित किए गए। इधर, राजपुर में 53 और चकराता रोड में 52 अतिक्रमण चिह्नित किए गए।
सूचना छिपाने वालों पर होगी कार्रवाई
अपर मु य सचिव ओम प्रकाश ने देर शाम आइआरडीटी में ध्वस्तीकरण और चिह्नीकरण कार्य की समीक्षा की। इस दौरान समस्त विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को चेतावनी दी कि यदि अवैध निर्माण, अतिक्रमण की सूचना छिपाई गई या अतिक्रमणकारियों की मदद की गई तो उनके द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों पर नजर भी रखी जा रही है। इस दौरान आगे की कार्रवाई के लिए अफसरों को दिशा-निर्देश दिए गए।
निशान मिटाने वालों पर नजर
एमडीडीए के वीसी आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि चिह्नीकरण के बाद कुछ लोग लाल निशान मिटा रहे हैं। ऐसे लोगों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने साफ कहा कि यदि अतिक्रमण में बाधा या फिर निशान मिटाने की कोशिशें की गई तो उनके द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।