www.youngorganiser.com Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 30th Jun. 2021, Wed. 00: 03 PM (IST) : टीम डिजिटल: sandeep agarwal : विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा है कि कुछ राज्य अपने राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी उद्देश्यों को प्राप्त करने और सीमा पार आतंकवाद में लिप्त होने के लिए साइबर स्पेस में अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठा रहे हैं. खुले समाज विशेष रूप से साइबर हमलों और दुष्प्रचार अभियानों के प्रति संवेदनशील रहे हैं। UNSC की ओर से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय शांति और साइबर सुरक्षा पर ओपन डिबेट में हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि राष्ट्रों के बीच डिजिटल गैप साइबर डोमेन में एक अस्थिर वातावरण बनाते हैं. COVID के बाद के युग में बढ़ती डिजिटल निर्भरता ने डिजिटल असमानताओं को उजागर किया है. इसे क्षमता निर्माण के माध्यम से पाटना चाहिए। उन्होंने कहा, साइबरस्पेस की व्यापक और सीमाहीन प्रकृति का मतलब है कि हम वैश्विक नेटवर्क में सबसे कमजोर कड़ी के समान ही मजबूत हैं. ‘केवल एक साथ’ हम विश्व स्तर पर सुरक्षित साइबरस्पेस के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा, आतंकवादी अपने मकसद को पूरा करने और हिंसा भड़काने के लिए साइबर स्पेस का खुलकर इस्तेमाल कर रहे हैं. हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि आतंकियों द्वारा साइबर डोमेन के गलत इस्तेमाल से होने वाले असर ने निपटने के लिए ज्यादा रणनीति की जरूरत है।
”छोटे बच्चों को भर्ती कर रहे आतंकी संगठन : इससे पहले सोमवार को ‘चिल्ड्रन एंड आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट’ पर ओपन डिबेट में हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा था कि आतंकवादी संगठन कोरोना महामारी का फायदा उठा रहे हैं और छोटे बच्चों को भर्ती कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि कोरोना महामारी के दौरान के बच्चों की सुरक्षा पर खास ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा, अगर हम दुनिया में असली शांति चाहते हैं और युद्ध के खिलाफ असली युद्ध लड़ना चाहते हैं तो हमें इसकी शुरुआत बच्चों से करनी होगी. अगर बच्चे मासूमियत के साथ बड़े होंगे तो हमें आगे मेहनत नहीं करनी होगी।
Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें। हर पल अपडेट रहने के लिए YO APP डाउनलोड करें Or. www.youngorganiser.com। ANDROID लिंक और iOS लिंक।