www.youngorganiser.com Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 8th May. 2021, Sat. 5:00 PM (IST) : Team Work: Kuldeep जम्मू – दिल्ली से 16 दिसंबर 2020 को रवाना हुई विजय मशाल ने जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से इस वर्ष 4 अप्रैल को प्रवेश किया था। करीब एक महीने तक कठुआ, सांबा व जम्मू जिले के मिलिट्री स्टेशनों में कार्यक्रम के बाद अब 9 मई से राजौरी पुंछ में कार्यक्रम होंगे। इसके बाद विजय मशाल वहां से रियासी जिले में ले जाई जाएगी। छंब में लड़े गए 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध की यादों को ताजा करने के लिए सेना की स्वर्णिम मशाल शनिवार को प्लांवाला के कचरयाल पहुंची। कचरयाल इलाके में भारतीय सेना के वीरों ने अपने से कई गुणा अधिक दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया था। ऐसे में शनिवार को विजय मशाल के कचरयाल पहुंचने पर वार मेमोरियल में उन जवानों को श्रद्धांजलि दी गई जिन्हाेंने पचास साल पहले लड़ाई में दुश्मन को तबाह किया था। इस मौके पर सेना के जवानों की टुकड़ी ने शस्त्र उलटे कर अपने शहीदों को सलामी दी। इस मौके पर सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ युद्ध में हिस्सा ले चुके कई पूर्व सैनिक भी मौजूद थे। सेना की अखनूर डिवीजन के प्लांवाला इलाके में तीन दिन तक कार्यक्रम करने के बाद विजय मशाल रविवार को राजौरी जिले के सुंदरबनी इलाके के लिए रवाना हो जाएगी। सोमवार से सुंदरबनी में सेना के मिलिट्री स्टेशनों में विजय मशाल के सम्मान में कार्यक्रम होंगे। राजौरी के बाद विजय मशाल पुंछ जिले में कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। युद्ध स्मारकों पर होने वाले इन कार्यक्रमों में युद्ध में हिस्सा लेने वाले कई पूर्व सैनिकों के साथ वीरनारियों को भी सम्मानित किया जाएगा।