मुंबई:- अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू, विकास बहल और मधु मंटेना के घर और ऑफिस पर बुधवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापा मारा। इसे अनुराग और तापसी की सरकार के खिलाफ बयानबाजी से जोड़कर देखा गया। हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों ने भास्कर को बताया कि मंटेना पहले से ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के रडार पर थे। मंटेना ने एक महीने पहले ही फैंटम फिल्म्स में 50% की हिस्सेदारी खरीदी। उन्होंने इस प्रोडक्शन हाउस में अनुराग कश्यप, विकास बहल और विक्रमादित्य मोटवानी का कुल 37.5% हिस्सा खरीदा। 12.5% का हिस्सा उनके पास पहले से था। इस प्रोडक्शन हाउस में बाकी 50% हिस्सेदारी अनिल अंबानी ग्रुप की रिलायंस एंटरटेनमेंट के पास है। मधु मंटेना अपनी पत्नी मसाबा गुप्ता से अलग होने के अलावा कंपनियों की हिस्सेदारी खरीदने के साथ-साथ भारी भरकम बजट की फिल्में बनाने को लेकर चर्चा में रहे हैं। ट्रेड पंडितों का कहना है कि मधु मंटेना ने 500 करोड़ के बजट में रामायण पर और 200 करोड़ में द्रौपदी (महाभारत) पर फिल्म बनाने की घोषणा की थी। उनके पास फिल्म प्रोडक्शन के अलावा टैलेंट एजेंसी क्वान संभालने का भी काम है। यह एजेंसी कई बड़े कलाकारों का काम देखती है। यह उनकी आमदनी का एक और जरिया है।
मंटेना की पिछली 5 फिल्में डिजास्टर रहीं
मधु मंटेना के प्रोडक्शन में बनी पिछली 5 फिल्में भारी नुकसान देने वाली रहीं। मसलन, ‘भावेश जोशी: सुपरहीरो’ महज 1.45 करोड़ रुपए कमा पाई थी। बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म डिजास्टर साबित हुई। ‘मुक्काबाज’ महज 1.63 करोड़ का बिजनेस कर पाई। ‘ट्रैप्ड’ का भी बॉक्स ऑफिस कलेक्शन महज 2.85 करोड़ का था।
इन सबके अलावा ‘रण’, ‘झूठा ही सही’, ‘रक्तचरित्र’ का भी कलेक्शन 8 से 9 करोड़ को पार नहीं कर पाया। उनके करियर में सिर्फ ‘गजनी’ ही थी, जो 100 करोड़ क्लब में रही। ऐसे में हालिया बड़े प्रोजेक्ट्स की अनाउंसमेंट और कमाई इनकम टैक्स अफसरों की नजर में थी।
तापसी के खाते में भी बड़ी हिट कम
बॉलीवुड इंडस्ट्री से जुड़े अनाउंसमेंट्स पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट्स ने कहा- तापसी पन्नू के पास मौजूदा समय में ढेर सारी फिल्में हैं। एक फिल्म का वे 8 करोड़ चार्ज करती हैं। इसके बावजूद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट उनकी प्रॉपर्टी का ब्यौरा रख रहा था। ‘थप्पड़’ की चर्चा काफी हुई थी, मगर उसका कलेक्शन 29 करोड़ था। ‘सांड की आंख’ का आंकड़ा 23 करोड़ था।
‘मिशन मंगल’ 100 करोड़ क्लब में गई थी, मगर वहां क्रेडिट अक्षय कुमार और विद्या बालन ले गए थे। अमिताभ-तापसी स्टारर ‘बदला’ जरूर हिट रही थी। वह 87.57 करोड़ तक पहुंची थी। तापसी और ऋषि कपूर स्टारर ‘मुल्क’ ने 21.89 करोड़ का बिजनेस किया था। ‘दिल जंगली’ महज सवा करोड़ तक सिमटकर रह गई थी। ‘रनिंग शादी’ और ‘नाम शबाना’ जैसी फ्लॉप फिल्मों के बीच ‘पिंक’ ने जरूर 65 करोड़ का बिजनेस किया था।
विकास बहल के पास भी सुपर 30 ही बड़ी हिट
विकास बहल भी मधु मंटेना के साथ ‘भावेश जोशी: सुपरहीरो’, ‘हाई जैक’, ‘मुक्काबाज’, ‘ट्रैप्ड’ के को प्रोड्यूसर थे। ये सब फ्लॉप रही थीं। ‘सुपर-30’ उनके प्रोडक्शन और डायरेक्शन में बनी और हिट रही। इस फिल्म ने 147 करोड़ का कलेक्शन किया था।
अनुराग कश्यप की फिल्में लगातार फ्लॉप फिर भी प्रॉपर्टी ज्यादा
ट्रेड एनालिस्ट्स के मुताबिक, अनुराग कश्यप की फिल्में लगातार फ्लॉप होती रहीं, लेकिन उनकी प्रॉपर्टीज उस अनुपात में ज्यादा होने का शक है। इसलिए वे भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के रडार पर आए हैं। ‘रमन राघव 2.0’, ‘अग्ली’, ‘लुटेरा’, ‘बॉम्बे वेल्वेट’, ‘मनमर्जियां’ आदि फ्लॉप रहीं। ‘मनमर्जियां’ का 25 करोड़, ‘मुक्काबाज’ का 10 करोड़, ‘रमन राघव’ का 6.80 करोड़ का बिजनेस था। ‘बॉम्बे वेल्वेट’ तो डिजास्टर थी। हालांकि, अनुराग डायरेक्शन के अलावा प्रोड्यूसर, डायलॉग राइटर और एक्टर भी हैं। ऐसे में वह कमाई भी कंसीडर होगी।
इधर तापसी, अनुराग, विकास बहल और मधु मंटेना को इस बारे में अप्रोच किया गया। खबर लिखने तक उनका पक्ष नहीं आया। साथ ही, यह भी पता नहीं चल सका कि अनुराग और तापसी की अपकमिंग फिल्म ‘दोबारा’ की शूटिंग बुधवार को हो सकी या नहीं। इसकी शूटिंग पिछले हफ्ते ही शुरू हुई थी।
IT के रडार पर बॉलीवुड पूरा मामला सवाल-जवाब में समझिए :- इनकम टैक्स (IT) डिपार्टमेंट ने बुधवार को फिल्ममेकर्स और एंटरटेनमेंट कंपनियों के ठिकानों पर छापे मारे। प्रोड्यूसर-डायरेक्टर अनुराग कश्यप, एक्ट्रेस तापसी पन्नू के घर और ऑफिस के अलावा फैंटम फिल्म्स, रिलायंस एंटरटेनमेंट, Kwan टैलेंट हंट कंपनी और एक्सीड कंपनी के ठिकानों पर छापा मारा गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू से पुणे में पूछताछ भी की जा रही है। पूरा मामला सवाल-जवाब में समझिए…
कहां-कितनी जगहों पर रेड?
मुंबई के लोखंडवाला, अंधेरी, बांद्रा और पुणे में बुधवार सुबह 8 से 9 बजे के बीच रेड शुरू हुई। करीब 30 जगहों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने तलाशी ली। इनमें अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू के मुंबई स्थित घर भी शामिल हैं।
कौन-कौन सी हस्तियां रडार पर?
अनुराग और तापसी के अलावा Kwan और फैंटम फिल्म्स के पार्टनर मधु मंटेना और डायरेक्टर विकास बहल के ठिकानों पर छापा पड़ा है। रिलायंस एंटरटेनमेंट ग्रुप के CEO शिबाशीष सरकार के घर पर भी छापे मारे गए हैं।
छापों की वजह क्या है?
अब तक IT डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन डिपार्टमेंट को फैंटम फिल्म्स कंपनी के कामकाज और लेनदेन में गड़बड़ी का शक है। छापेमारी में मिले दस्तावेज और सबूतों के आधार पर जांच का दायरा बढ़ सकता है।
क्या सभी छापे एक-दूसरे से जुड़े हैं?
फैंटम फिल्म्स कंपनी को अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवाने, मधु मंटेना और विकास बहल ने 2010 में लॉन्च किया था। 2018 में विकास बहल पर यौन शोषण का आरोप लगने के बाद यह कंपनी बंद कर दी गई थी। इन चारों पर आरोप है कि फैंटम फिल्म से हुई कमाई का सही ब्यौरा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को नहीं दिया गया और इसे कमतर दिखाया गया। दूसरा पहलू यह है कि मंटेना ने एक महीने पहले ही फैंटम फिल्म्स में अनुराग कश्यप, विकास बहल और विक्रमादित्य मोटवानी का कुल 37.5% हिस्सा खरीद लिया। 12.5% का हिस्सा उनके पास पहले से था। इस प्रोडक्शन हाउस में बाकी 50% हिस्सेदारी अनिल अंबानी ग्रुप की रिलायंस एंटरटेनमेंट के पास है। यानी छापे किसी न किसी तरह से एक-दूसरे से कनेक्टेड हैं।
अनुराग-तापसी क्यों निशाने पर हैं?
अनुराग और तापसी देश में चल रहे मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं। तापसी किसान आंदोलन का समर्थन करती रही हैं। इस आंदोलन पर पॉप स्टार रिहाना ने सोशल मीडिया पर कमेंट किया तो जवाब में बॉलीवुड और खेल जगत की कई हस्तियों ने सरकार के पक्ष में ट्वीट किए थे। तापसी ने इन सेलिब्रिटीज के खिलाफ अपनी राय रखी थी। वहीं, अनुराग कश्यप CAA जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेर चुके हैं। फैंटम फिल्म्स ने कौन-सी फिल्में बनाईं हैं? फैंटम फिल्म्स कंपनी की पहली फिल्म लुटेरा 2013 में आई थी। इसके बाद इस बैनर के तहत हंसी तो फंसी, क्वीन, अगली, NH-10, हंटर, मुंबई वेलवेट, मसान, शानदार, उड़ता पंजाब, रमन राघव-2, रॉन्ग साइड राजू, मुक्केबाज, सुपर 30 और धूमकेतु जैसी फिल्में बनीं। धूमकेतु 2020 में रिलीज हुई थी।
छापों पर क्या रिएक्शन आए हैं?
जिन सेलिब्रिटीज के यहां छापे पड़े हैं, उन्होंने अभी तक कोई रिएक्शन नहीं दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने छापों की निंदा की है। मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा, ‘ये रेड कोई नई बात नहीं हैं। आजकल तो यह रोज का मामला हो गया है। जो भी केंद्र सरकार के खिलाफ बोलता है, उस पर दबाव बनाने के लिए सरकार यह तरीका अपनाती है। सरकार इस तरीके से लोगों की आवाज बंद करने का काम कर रही है।