Breaking News

पुलिस जम्मू कश्मीर की फर्जी कॉलों से सावधान रहने की सलाह

 

 

 

 

 

www.youngorganiser.com// जम्मू Thu,28,Feb,2019. updated,11:21 AM IST ( P.V Sharma, Young Organiser Jammu)

 

जम्मू- बृहस्पतिवार को लोगों के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस ने  परामर्श जारी किया कि अपने को वरिष्ठ अधिकारी बताकर उन्हें फोन करने और उनसे राज्य की सुरक्षा स्थिति का विवरण मांगने वालों से वे सावधान रहें।  यह परामर्श सभी पुलिस अधिकारियों, राज्य नौकरशाही और पंचायत प्रमुखों और अन्य तक पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सेना के अनुरोध पर यह परामर्श जारी किया गया है। सेना को आशंका है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के पास गांवों में सैनिकों की आवाजाही और हथियारों को ले जाने के बारे में सूचनाएं कहीं लीक न हो जाए। परामर्श में कहा गया है कि पिछले दस दिनों में 10 से ज्यादा ऐसी रिपोर्ट मिली हैं कि पुलिस, नागरिक प्रशासन के अधिकारियों और नागरिकों को संदिग्ध अज्ञात नंबरों से फोन आए। फोन करने वालों ने खुद को वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और वरिष्ठ नागरिक प्रशासन अधिकारी बताया और सुरक्षा संबंधी मुद्दों के बारे में जानकारियां जुटाने की कोशिश की।          परामर्श में कहा गया है, ‘‘विशेषज्ञों द्वारा जांच के दौरान यह पाया गया कि ये फोन विशिष्ट सॉफ्टवेयर के माध्यम से देश के बाहर से आए थे लेकिन विशिष्ट सॉफ्टवेयर के चलते मोबाइल स्क्रीन पर जो नंबर नजर आ रहे थे, उनका कोड +91 होता था।’’ परामर्श में लोगों से ऐसे फोनों पर ध्यान नहीं देने तथा तत्काल इस मामले को स्थानीय पुलिस के संज्ञान में लाने को कहा गया है। अधिकारियों ने कहा कि जांच से पता चला है कि ये फोन कॉल भारत के बाहर से किये गये। कुछ राष्ट्रविरोधी तत्व लोगों को बेवकूफ बनाकर अहम जानकारियां जुटाने का प्रयत्न कर रहे हैं।’’ जम्मू कश्मीर 14 फरवरी से नाजुक स्थिति में है जब आत्मघाती बम हमलावर ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था और 40 जवान शहीद हो गये थे। उसके बाद 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान में जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी शिविर पर हमला किया। दोनों ही देशों ने एक दूसरे के विमान को मार गिराने का दावा किया। अगले दिन पाकिस्तान द्वारा भारत के एक पायलट को गिरफ्तार कर लेने से तनाव और बढ़ गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

x

Check Also

दोनों देश के डीजीएमओ ने बेहद ही स्पष्ट और सौहार्दपूर्ण वातावरण में एलओसी सहित सभी इलाकों की स्थिति की समीक्षा की. डीजीएमओ स्तर की बातचीत के बाद दोनों ही देश एलओसी सहित पूरी सीमा पर स्थायी तौर से शांति के लिए तैयार हो गए हैं जो दोनों देशों के लिए पारस्परिक तौर से जरूरी है.

भारत-पाक के बीच एलओसी पर संघर्ष विराम, सेना ने कहा- हम आशावादी हैं और सतर्क भी

सहमति | भारत, पाकिस्तान ने संघर्ष विराम समझौतों का पालन करने पर जताई सहमति   ...