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Updated, 9 Apr 2020 ( Thu, 10:15 PM (IST) Siddharth)
मुंबई। अमिताभ बच्चन अपनी पत्नी जया बच्चन को उनके 72वें जन्मदिन पर याद कर रहे हैं। दरअसल लॉकडाउन के कारण वह दिल्ली में फंसी हुई हैं। दिग्गज अभिनेता ने इस दौरान अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए ब्लॉग का सहारा लिया।उन्होंने लिखा, “आज जया का जन्मदिन है और वह जहां फंस गई हैं, उसकी दूरी वर्चुअल टेक्नोलोजी के माध्यम से कम हो गई है . वह दिल्ली में संसद में थी जब लॉकडाउन हुआ और वह घर वापस मुंबई नहीं आ सकीं। हालांकि बिग बी इस बात से संतुष्ट हैं कि जया बच्चन सुरक्षित हैं। उन्होंने लिखा, “वह दिल्ली में घर में हैं, यहां परिस्थिति नियंत्रण में है और हां बिना एफटी के पूरा दिन नहीं गुजरता है और आपस में बातचीत करना, ऐसा लगता है जैसे हम एक साथ हैं।”इसके साथ ही अमिताभ बच्चन ने जया को बधाई देने वाले प्रशंसकों को शुक्रिया भी कहा। उन्होंने लिखा, “आप में से कई लोगों ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी हैं और मैं ईमानदारी से आप सभी को आपकी याद और प्यार के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं . धन्यवाद।”
बिग बी रोजाना वितरित कर रहे 2 हजार खाने के पैकेट:
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम के मद्देनजर लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच यहां पूरे शहर भर में जरूरतमंदों को दोपहर और रात का भोजन उपलब्ध कराने के लिए रोजाना दो हजार भोजन के पैकेट का वितरण कर रहे हैं।इसके अतरिक्त बिग बी ऑल इंडिया फिल्म एम्पलाई कॉनफ्र्रिडेशन से जुड़े दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों के एक लाख परिवारों को मासिक राशन प्रदान कर रहे हैं।अभिनेता ने समाज सेवा की यह बात अपने ब्लॉग के माध्यम से कही। उन्होंने कहा इस बीच, व्यक्तिगत मोर्चे पर शहर के विभिन्न स्थानों पर दोपहर के भोजन और रात के खाने के लिए (मेरे द्वारा) हर दिन दो हजार पैकेट दिए जा रहे हैं।”उन्होंने उन स्थानों का भी पता बताया, जहां जरूरतमंदों को खाना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “अधिकांश भोजन हाजी अली दरगाह, माहिम दरगाह, बाबुलनाथ मंदिर, बांद्रा में झुग्गी और शहर के आंतरिक हिस्सों में स्थित कुछ अन्य झुग्गियों में वितरित किया जा रहा है।”अभिनेता ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण आपूर्ति के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले परिवहन में आने वाली समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा जितना हम करना चाहते हैं उतना कर पना मुश्किल है। प्रक्रिया की अपनी समस्याएं हैं। लॉकडाउन में अब घर और रहने वाले क्षेत्रों से बाहर कदम रखना गैरकानूनी कर दिया गया है। इसलिए भले ही मैं बैगों को तैयार करने में सक्षम हूं, लेकिन परिवहन के कारण समस्याएं पैदा होती हैं।”उन्होंने कहा, “एक सामान ले जाने वाला वाहन आवश्यक पैकेज के 50 से 60 बैग ले जा सकता है, इसलिए तीन हजार पैकेज को ले जाने के लिए अन्य वाहन की जरूरत होगी। समस्या वाहन की नहीं, उनके एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने जाने की है।”