जम्मू के माजीन गांव में 62 एकड़ में फैले इस मंदिर के दो चरणों में 18 महीने में बनकर तैयार होने की उम्मीद है, जिसकी लागत 33.22 करोड़ रुपये
www.youngorganiser.com Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 13th Jun. 2021, Sun. 11: 21 PM (IST) 🙁 Inf. Deptt )टीम डिजिटल: Kuldeep जम्मू : जम्मू-कश्मीर में धार्मिक और तीर्थ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम द्वारा श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के निर्माण के लिए बहुप्रतीक्षित भूमि पूजन समारोह रविवार को जम्मू षहर में मजीन क्षेत्र में कोविड एस.ओ.पी के पालन के साथ बडी भव्यता से आयोजित किया गया। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा व केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह एंव केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी, अध्यक्ष टीटीडी बोर्ड वाई वी सुब्बा रेड्डी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी आर-एस-एस सदस्य वी राम माधव, और कई अन्य गणमान्य की उपस्थिति में आधारशिला रखने के लिए पट्टिका का अनावरण किया। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि भव्य दिव्य मंदिर पूरा होने पर आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ आध्यात्मिकता का भी केंद्र होगा। उन्होंने आगे बताया कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड संस्कृत भाषा और वैदिक शिक्षाओं और सीखने की प्राचीन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक गुरुकुल / वेद पाठशाला की स्थापना करेगा। बोर्ड आंध्र प्रदेश में अपने उत्कृष्टता केंद्रों की तर्ज पर स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने पर भी सहमत हो गया है। इस अवसर को जम्मू-कश्मीर के लिए एक ऐतिहासिक और गर्व का दिन बताते हुए, उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर और उत्तर भारत के लोगों की श्री माता वैष्णो देवी की भूमि पर भगवान बालाजी के मंदिर की स्थापना के लिए लंबित इच्छा को पूरा करने के लिए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड और केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उपराज्यपाल ने कहा ‘‘भगवान बालाजी का दिव्य आशीर्वाद आंतरिक उत्सव की स्थिति है। दूसरे चरण में वेद पाठशाला भारतीय संस्कृति की नींव को मजबूत करेगी। मंदिर के निर्माण से सभी क्षेत्रों में अवसर भी खुलेंगे और यह निश्चित रूप से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बदल देगा। उपराज्यपाल ने कहा कि मंदिर बहुत अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने वाला एक प्रमुख धार्मिक और तीर्थस्थल बन जाएगा, जो अंततः धार्मिक और तीर्थ पर्यटन को बढ़ावा देगा, इसके अलावा पर्याप्त आजीविका के अवसर और क्षेत्र के लोगों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान को भी बढ़ावा देगा। उपराज्यपाल ने कहा कि मंदिर के मुख्य पुजारियों और मुख्य पर्यवेक्षण दल को छोड़कर, प्रबंधन के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी होंगे, इस प्रकार क्षेत्र के लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष अवसर प्रदान करेंगे। जम्मू के माजीन गांव में 62 एकड़ में फैले इस मंदिर के दो चरणों में 18 महीने में बनकर तैयार होने की उम्मीद है, जिसकी लागत 33.22 करोड़ रुपये है। प्रतिष्ठित परियोजना में तीर्थयात्रा सुविधाओं और अन्य शैक्षिक और विकासात्मक बुनियादी ढांचे जैसे वेद पाठशाला-कक्षाएं, छात्रावास भवन और स्टाफ क्वार्टर, तीर्थयात्रियों की सुविधा परिसर, कल्याणमंडपम, वाहनमंडपम आदि शामिल है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने 40 साल की अवधि के लिए लीज के आधार पर गांव मजीन में टीटीडी बोर्ड को जमीन दी है। इस अवसर पर संसद सदस्य जुगल किशोर शर्मा, मेयर जेएमसी चंद्र मोहन गुप्ता, अध्यक्ष डीडीसी जम्मू भारत भूषण, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के सदस्य, विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के सदस्य भी मौजूद थे। भूमि पूजन समारोह में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में ओएसडी बीवीआर सुब्रह्मण्यम, मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता, उपराज्यपाल के प्रधान सचिव नितीश्वर कुमार, प्रशासनिक सचिव, मंडलायुक्त जम्मू और उपायुक्त जम्मू के अलावा अन्य वरिश्ठ अधिकारी शामिल हुए।
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