www.youngorganiser.com Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 15th Feb. 2021.Sun, 12:10 AM (IST) : Team Work: Sampada Kerni, मुंबई /जम्मू कश्मीर : रविवार को जारी किए एक बयान में मंत्रालय ने साफ किया है कि ये कदम डिजिटल मोड को बढ़ावा देना और वेटिंग टाइम को कम करने के लिए उठाया जा रहा है। साथ ही इससे तेल की बचत होगी और लोगों को बिना रुके आगे बढ़ने को मिलेगा। सरकार ने फास्टैग को लेकर दो कैटेगरी बनाई हैं। एक है एम (M) कैटेगरी, जिसमें ऐसे चार पहिया वाहनों को शामिल किया जाएगा, जो यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में काम आते हैं। दूसरी कैटेगरी है एन (N), जिसमें सामान या फिर सामान के साथ यात्रियों को ले जाया जाता है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने नेशनल हाइवेज पर टोल की वसूली फास्टैग के जरिए अनिवार्य बनाने की डेडलाइन 15 फरवरी तक बढ़ाई थी। वो मियाद खत्म हो रही है और 15-16 फरवरी की आधी रात से फास्टैग को अनिवार्य किया जाएगा। इसे लेकर सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है। केंद्र सरकार ने टोल प्लाजा पर टोल कलेक्शन को आसान और सुरक्षित बनाने के साथ-साथ टोल पर लगने वाले लंबे जाम से निजात पाने के लिए फास्टैग को अनिवार्य करने का ये कदम उठाया है। सड़क यातायात और राजमार्ग मंत्रालय ने ये फैसला किया है 15-16 फरवरी का आधी रात से सभी नेशनल हाईवे फास्टैग वाले हो जाएंगे। यानी कैश में टोल फीस वसूलना बंद कर दिया जाएगा। सवाल ये है कि अगर फिर की कोई कैश देता है तो क्या? नेशनल हाईवे फी रूल्स 2008 के मुताबिक जिस गाड़ी पर फास्टैग नहीं होगा या वैलिड फास्टैग नहीं होगा उसे टोल फीस की दोगुना फीस का भरनी होगी। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि फास्टैग के कार्यान्वयन की समय सीमा को आगे नहीं बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि वाहन मालिकों को तुरंत इस ई-भुगतान सुविधा को अपनाना चाहिये। फास्टैग टोल प्लाजाओं पर शुल्क के इलेक्ट्रॉनिक भुगतान की सुविधा प्रदान करता है। इसे 2016 में पेश किया गया था। टैग अनिवार्य बनाने से यह सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी कि वाहनों को टोल प्लाजा के माध्यम से बिना रुके गुजरने की सुविधा दी जाये। गडकरी ने नागपुर हवाईअड्डे पर फास्टैग को लेकर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि सरकार ने फास्टैग पंजीकरण की समयसीमा को दो-तीन बार बढ़ाया है और अब इसे आगे नहीं बढ़ाया जायेगा। अब हर किसी को तुरंत फास्टैग खरीदना चाहिये। उन्होंने कहा कि कुछ मार्गों पर फास्टैग का पंजीकरण 90 प्रतिशत हो गया है और केवल 10 प्रतिशत लोग ही बचे हैं। उन्होंने कहा कि टोल नाकों पर भी फास्टैग उपलब्ध है और लोगों को इसका इस्तेमाल सहज यातायात के लिये करना चाहिये। केंद्र सरकार ने वाहनों के लिये अनिवार्य फास्टैग की समयसीमा एक जनवरी 2021 से बढ़ाकर 15 फरवरी 2021 कर दी है। लोगों की सुविधा के लिए टोल प्लाजा पर विभिन्न बैंकों के एजेंट व एनएचएआई की तरफ से काउंटर लगाए गए हैं। लोग अपने वाहन की आरसी व ड्राइविंग लाइसेंस अथवा आधार कार्ड दिखाकर हाथों हाथ फास्टैग खरीद सकते हैं। गत एक वर्ष से करीब 70 प्रतिशत वाहन फास्टैग की मदद से डिजिटली तरीके से टोल का भुगतान कर रहे हैं। फास्टैग की शुरुआत 2016 में हुई थी। यह टोल प्लाजा पर शुल्क का भुगतान इलेक्ट्रॉनिक तरीके से करने की सुविधा है। फास्टैग को अनिवार्य किए जाने के बाद टोल प्लाजा पर वाहनों को रुकना नहीं पड़ेगा और टोल शुल्क का भुगतान इलेक्ट्रॉनिक तरीके से हो जाएगा। यदि आप नेशनल हाईवे पर ट्रेवल करते हैं तो फास्टैग तो अपनी कार में लगवाया ही होगा। यदि आपने फास्टैग लगवाया है तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। कार वाले इसका बेहतर उपयोग कर सके, इसके लिए एनएचएआई ने फैसला लिया है अब फास्टैग में मिनिमम बैलेंस नहीं रखना होगा। हालांकि यह सुविधा सिर्फ कार, जीप या वैन के लिए ही है, कामर्शियल व्हीकल के लिए नहीं।

* सड़क यातायात और राजमार्ग मंत्रालय ने ये फैसला किया है 15-16 फरवरी का आधी रात से सभी नेशनल हाईवे फास्टैग वाले हो जाएंगे। यानी कैश में टोल फीस वसूलना बंद कर दिया जाएगा। सवाल ये है कि अगर फिर की कोई कैश देता है तो क्या? नेशनल हाईवे फी रूल्स 2008 के मुताबिक जिस गाड़ी पर फास्टैग नहीं होगा या वैलिड फास्टैग नहीं होगा उसे टोल फीस की दोगुना फीस का भरनी होगी...?