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डिसेबिल्टी एक्ट 2016 लागू न किए जाने से हताश दिव्यांग मंगलवार को आमरण अनशन पर बैठे

www.youngorganiser.com    Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 3rd, Feb. 2021.Wed, 7:27 AM (IST) : Siddharth & Kapish Sharma, जम्मू-भट्ट ने कहा कि वे अपनी मांग को लेकर उपराज्यपाल से भी मिले लेकिन इसके बावजूद सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर में डिसेबिल्टी एक्ट 2016 लागू करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया, इससे विवश होकर उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। जेएंडके हैंडीकैप्ड एसोसिएशन व जेएंडके हैडीकैप्ड वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले इन दिव्यांगों ने बख्शी नगर क्रासिंग के निकट अपना आमरण अनशन शुरू किया है। जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बावजूद यहां डिसेबिल्टी एक्ट 2016 लागू न किए जाने से हताश दिव्यांग मंगलवार को आमरण अनशन पर बैठ गए। इन दिव्यांगों का कहना है कि जब तक जम्मू-कश्मीर में उन्हें संविधान के तहत मिले अधिकार नहीं दिए जाते, उनका यह अनशन जारी रहेगा। इन दिव्यांगों का कहना है कि कानून के तहत उन्हें सरकारी नौकरियों में आरक्षण न दिए जाने समेत अन्य लाभों से भी वंचित रखा जा रहा है। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, उनका यह अनशन जारी रहेगा। जेएंडके हैंडीकैप्ड एसोसिएशन के वरिष्ठ उप-प्रधान अब्दुल रशीद भट्ट ने इस मौके पर कहा कि वे पिछले कई सालों से अपनी जायज मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं लेकिन आज तक उनकी आवाज किसी ने नहीं सुनी। भट्ट ने कहा कि पहले जम्मू-कश्मीर के अलग संविधान के चलते उनकी अनदेखी होती रही लेकिन अब जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बने हुए भी एक साल से अधिक का समय हो गया। इस एक साल में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में डिसेबिल्टी एक्ट 2016 को लागू करते हुए उन्हें संविधान के तहत मिले अधिकार दिए जाने की मांग को लेकर जगह-जगह गुहार लगाई।

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