! आखिर क्यों निशानेबाजों से है देश भर को सबसे ज्यादा उम्मीदें?
www.youngorganiser.com Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 22th May. 2021, Sat. 1:06 AM (IST) : टीम डिजिटल: Kunwar & Kuldeep ओलिंपिक खेल (Olympic Games) शुरू होने में अब तीन महीने से कम ही समय बचा है । टोक्यो ओलिंपिक पहले ही एक साल स्थगित किए जा चुके हैं यही कारण है कि खिलाड़ी और फैंस इसे लेकर अब और ज्यादा उत्साहित है । भारत के लिए मेडल की उम्मीद की लिहाज से यह खेल काफी अहम है ,भारत के लिए अब तक 12 इवेंट्स में 95 खिलाड़ी क्वालिफाई कर चुके हैं. इसमें फेसिंग, नोकायान, घुड़सवारी जैसे खेल भी शामिल हैं जिसमें भारत ने या तो पहली बार यह लंबे समय बाद कोटा हासिल किया है। हालांकि जिस खेल में सिर्फ देश ही नहीं बल्कि मंत्रालय को भी सबसे ज्यादा मेडल की उम्मीदें हैं वह है शूटिंग हो भी क्यों न ओलिंपिक खेलों के इतिहास में भारत ने अब तक सबसे ज्यादा व्यक्तिगत मेडल शूटिंग में ही हासिल किए हैं । पिछले चार में से तीन ओलिंपिक में भारत को इस खेल में मेडल हासिल हुआ है। हालांकि सिर्फ यही वजह है नहीं। इस बार ओलिंपिक जाने वाले निशानेबाजों से उम्मीदों कई और कारण भी हैं। अब तक का सबसे बड़ा दल जाएगा टोक्यो :टोक्यो ओलिंपिक के लिए भारतीय निशानेबाजों ने 15 कोटा हासिल किए थे जिसके लिए टीम का ऐलान किया जा चुका है ।यह अब तक का सबसे बड़ा शूटिंग दल है जो ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधत्व करेगा । साल 2016 में 12 खिलाडियों ने ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया था। वहीं साल 2012 में केवल 11 खिलाड़ी लंदन ओलिंपिक में खेले थे। साल 2008 में अभिनव ने बिंद्रा ने देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था लेकिन इस साल केवल सात ही खिलाड़ी क्वालिफाई करने में कामयाब रहे थे । 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए भारत ने अब तक 12 खेल इवेंट्स में हिस्सा लिया है लेकिन किसी में खेल में इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ी क्वालिफाई नहीं कर पाए हैं। लगातार शानदार कर रहे हैं भारतीय निशानेबाज : प्रदर्शन के बारे में बात करें तो भारतीय खिलाड़ियों ने बीते समय में शानदार प्रदर्शन दिखाया है । साल 2020 में कोरोना के कारण कुछ ही टूर्नामेंट हुए थे जिसमें भारतीय खिलाड़ियों चार कोटा हासिल किए थे. साल 2019 वह आखिरी साल था जिसमें सारे टूर्नामेंट आयोजित हुए थे। 2019 में वर्ल्ड कप (World Cup) में भारत का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन रहा । भारत ने साल के चारों वर्ल्ड कप में मेडल जीते और ओलिंपिक कोटा भी हासिल किया । भारत ने इस साल वर्ल्ड कप में कुल 39 मेडल जीते. जिसमें भारत ने 21 गोल्ड, 6 सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल हासिल थे । दिव्यांश पंवार, सौरभ चौधरी और इलावेनिल वालारिवान (Elavenil Valarivan) को आईएसएसएफ ने गोल्डन टार्गेट अवार्ड से सम्मानित किया था । नौ इवेंट में दम दिखाएंगे भारतीय खिलाड़ी : भारत ने इस साल राइफल, पिस्टल और शॉटगन तीनों में कोटा हासिल किया है. 15 खिलाड़ियों की जो टीम चुनी गई है वह 09 अलग-अलग इवेंट में हिस्से लेंगे. इससे देश के लिए ओलिंपिक में मेडल लाने के मौके और ज्यादा होंगे क्योंकि एक ही इवेंट में कम ही भारतीय खिलाड़ी एक-दूसरे के सामने नहीं होंगे, भारत इस बार पुरुष 10 मीटर एयर राइफल, पुरुष 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन,पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल,महिला 10 मीटर राइफल, महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन,महिला 10 मीटर एयर पिस्टल,महिला 25 मीटर एयर पिस्टल,स्कीट पुरुष:,मिश्रित टी 10 मीटर एयर राइफल,मिश्रित टीम 10 मीटर पिस्टल में हिस्सा लेगा। कोरोना के असर से परे चल रही है निशानेबाजों की ट्रेनिंग : खेल मंत्रालय भी इस कोशिश में लगा हुआ है कि खिलाड़ियों की तैयारी पर कोरोना का असर न हो , भारत में लगे लॉकडाउन के कारण टीम पर असर न हो इसके लिए सरकार ने चार करोड़ रुपए खर्च करके पूरी टीम के लिए क्रोएशिया में ट्रेनिंग कैंप लगाया है जहां टीम को यूरोपियन चैंपियनशिप खेलनी है. इसके बाद भी वह यूरोप में ही ट्रेनिंग करते रहेंगे। 13 निशानेबाजों सहित इस टीम को यूरोपियन देश में ओलिंपिक शिविर में हिस्सा लेना है, भारतीय पिस्टल टीम के विदेशी कोच पावेल स्मिरनोव शुक्रवार को क्रोएशिया में भारतीय टीम से जुड़ जाएंगे जबकि दो अन्य कोच समरेश जंग और रौनक पंडित इस महीने के आखिर में टीम से जुड़ेंगे, ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले दो अन्य खिलाड़ी अंगद सिंह बाजवा और मेराज अहमद खान इटली में ट्रेनिंग कर रहे हैं। बेहद संतुलित है शूटिंग टीम : जिस शूटिंग को चुना गया है वह काफी संतुलित है । टीम में युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ अनुभवी खिलाड़ी भी है जो सही मिश्रण साबित होगा टीम में जहां एक ओर मनु भाकर, सौरभ चौधरी, दिव्यांश पवार, इलावेनिल वालारिवान जैसे युवा खिलाड़ी है जो पहली बार ओलिंपिक में उतरेंगे। कम उम्र में ही इन युवाओं ने आईएसएसएफ वर्ल्ड कप, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में अपनी कबिलियत साबित कर चुके हैं वहीं दूसरी ओर संजीव राजपूत जैसे खिलाड़ी भी हैं जो दो ओलिंपिक में हिस्सा ले चुके हैं वहीं शूटिंग से जुड़े हुए उन्हें लगभग दो दशक हो चुके हैं. राही सरनोबत भी इस टीम का हिस्सा है जो 2012 के ओलिंपिक में हिस्सा ले चुकी हैं वहीं साल 2004 से शूटिंग कर रही हैं। Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें। हर पल अपडेट रहने के लिए YO APP डाउनलोड करें Or. www.young organiser.com। ANDROID लिंक और iOS लिंक।