1 …कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के बाद अमरनाथ यात्रा पर फैसला होगा : उपराज्यपाल मुर्मू…
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Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 25 Apr 2020.
Sat, 7:19 PM (IST) Pawan Vikas Sharma
जम्मू : (J&K Inf. Deptt.) उपराज्यपाल जी.सी मुर्मू ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के लोगों को रमजान की मुबारकबाद देते हुए उम्मीद जतायी कि यह पाक महीना केंद्र शासित प्रदेश में शांति, सौहार्द, भाईचारे, प्रगति और समृद्धि का अग्रदूत बनेगा। मुर्मू ने अपने संदेश में कहा कि रमजान का यह पवित्र महीना हम सभी को एक डोर में बांधे रखेगा और केंद्रशासित प्रदेश तथा हमारे राष्ट्र में शांति, सद्भाव और भाईचारे को और मजबूत करेगा। रमज़ान उपवास सेवा और प्रार्थनाओं के लिए समर्पित एक अवधि है और यह तपस्या, धैर्य, सहनशीलता और आत्म-संयम के मूल्यों को रेखांकित करता है जो कोरोनो वायरस संक्रमण के प्रसार को कम करने के लिए अपनाए जा रहे सामाजिक मेलजोल से दूरी के ऐतबार से आवश्यक है।
1 …कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के बाद पवित्र श्रीअमरनाथ यात्रा पर फैसला होगा : उपराज्यपाल मुर्मू…
जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल जी.सी मुर्मू ने शनिवार को कहा कि आगामी पवित्र श्रीअमरनाथ यात्रा को लेकर होने वाली कोविड-19 की स्थिति समीक्षा पर निर्भर करेगी क्योंकि इस वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए विस्तृत योजना एवं क्रियान्वयन की जरूरत होती है। राजभवन में पवित्र बाबा श्रीअमरनाथ और बुड्ढ़ा श्रीअमरनाथ यात्री न्यास के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने के बाद मुर्मू ने कहा सरकार यात्रा करने के लिए सभी संभावनाओं पर विचार कर रही है। हालांकि यह फैसला कोविड-19 संकट की पृष्ठभूमि में होने वाली समीक्षा पर निर्भर करता है। पवन कुमार कोहली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल से यात्रा से संबंधित विभिन्न चिंताओं पर चर्चा की और यात्रा की अवधि कम करने कुछ खास आयुवर्ग के श्रद्धालुओं को ही यात्रा करने की अनुमति देने ऑनलाइन यात्रा का पंजीकरण कराने, हेलीकॉप्टर से यात्रा शुरू करने और स्थिति के अनुरूप पैदल यात्रा की तारीख में देरी करने संबंधी विभिन्न सुझाव दिए। उप राज्यपाल ने कहा कोविड-19 महामारी की मौजूदा परिस्थिति के मुताबिक पवित्र श्रीअमरनाथ यात्रा करने पर उचित फैसला सामयिक समीक्षा के आधार पर ही होगा। यात्रा को आयोजित करने के लिए विस्तृत योजना और उसके क्रियान्वयन की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि 20 हजार स्वास्थ्य कर्मी और 30 हजार सुरक्षाबल कोविड-19 को नियंत्रित करने के काम में लगे हैं और यात्रा के लिए उनकी उपलब्धता पर भी विचार किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल ने पूजा का सजीव प्रसारण का सुझाव दिया जिस पर उपराज्यपाल ने कहा कि ऐसी संभावना पर पहले ही चर्चा हो रही है। मुर्मू ने प्रतिनिधिमंडल से आह्वान किया कि वे लंगर लगाने वाले संगठनों के संपर्क में रहे और भरोसा दिया कि जहां भी जरूरत होगी यथासंभव सबसे बेहतर व्यवस्था की जाएगी। उल्लेखनीय है कि दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन के लिए इस साल 23 जून को यात्रा शुरू होने की तारीख निर्धारित की गई है। वहीं पुंछ जिले में दस दिवसीय बुड्ढ़ा अमरनाथ की यात्रा अगस्त में शुरू होनी है।