कश्मीर। भारतीय सेना की गतिविधियों की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान को देने के आरोप में सेना के एक जवान के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। यह आरोपित जवान सेना की उत्तरी कमान में तैनात है तथा पंजाब का रहने वाला है। इस जवान को सेना ने पाकिस्तान को गोपनीय जानकारी देते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। सैन्य सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार आरोपित जवान ने उस समय सेना की जानकारियां पाकिस्तान को भेजीं, जब भारतीय सेना का चीन की सेना के साथ विवाद चल रहा था और पिछले वर्ष अप्रैल-मई महीने में पैंगोग झील से चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की थी, जिसके चलते पूरा देश ही चीन के खिलाफ खड़ा हो गया था। लद्दाख के साथ लगती चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा पर सुरक्षा की जिम्मेदारी सेना की ऊधमपुर स्थित उत्तरी कमान के पास है और आरोपित जवान इसी कमान में नियुक्त था। जवान के पकड़े जाने के बाद सेना ने कोर्ट आफ इंक्वायरी के आदेश जारी किये हैं। इस दौरान जांच में यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि पाकिस्तान को भेजी गई जानकारियां कितनी जोखिमपूर्ण थीं और वह सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर हैं। फिलहाल आरोपित जवान से सेना के अधिकारियों द्वारा पूछताछ जारी है। जम्मू और कश्मीर के उधमपुर में सेना के एक जवान को दुश्मन देश पाकिस्तान को अहम जानकारी देने के मामले में गिरफ्तार किया है। भारतीय सेना ने एक आदेश के बाद उत्तरी कमान में डेटा उल्लंघन के एक मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें एक सैनिक को पाकिस्तानी एजेंसियों को डेटा देते पाया गया था। सेना के सूत्रों ने बताया कि डेटा लीक करने वाला जवान पंजाब से है, जो उत्तरी कमान पर तैनात है।
गिरफ्तार किए गए जवान से पूछताछ की जा रही है। इस घटना के सामने आने के बाद एक टीम को यह पता लगाने का आदेश दिया गया है कि सैनिक डेटा तक कैसे पहुंच पाया और उसकी दी गई अहम जानकारी पाकिस्तानी एजेंसियों के लिए किस हद तक लीक हुई है। ये भी पता चला है कि उसने पाकिस्तान में गुर्गे को इलेक्ट्रॉनिक तरीक से अहम डेटा पास किया है। हालांकि सैनिक की पहचान गुप्त रखी गई है। जवान की ओर से दिए गई जानकारी से जम्मू और कश्मीर में तैनात सेना के सैनिकों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।