श्रीनगर, जनवरी 19 । श्रीनगर पीएजीडी के प्रवक्ता सज्जाद लोन ने मंगलवार को एक पत्र लिखकर गुपकार गठबंधन से किनारा कर लिया है। वह पहले नेता है जिन्होंने पत्र लिखकर पीएजीडी को छोड़ दिया है। उन्होंने फारूक अब्दुल्ला को एक पत्र लिखकर ग्रुप से नाता तोड़ लिया है।
उन्होंने कहा कि डीडीसी चुनाव में गुपकार के उम्मीदवारों के खिलाफ ग्रुप के बाकी दलों ने अपने उम्मीदवारों को खड़ा कर दिया था। इससे उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा, इसलिए वह ग्रुप से नाता तोड़ रहे हैं।
इससे पहले पीसी के नेता मौलाना इमरान रजा अंसारी ने भी एक पत्र लिखकर पीएजीडी के ऐसे घटक दलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की थी। बता दें कि डीडीसी चुनावों के परिणाम आने के बाद महबूबा मुफ्ती भी इस ग्रुप से किनारा कर रही हैं। इसके बाद वह किसी बैठक में शामिल नहीं हुईं।
वहीं, सज्जाद लोन भी कश्मीर के एक बड़े नेता हैं, जो मुफ्ती मोहम्मद सईद तथा पीएम नरेन्द्र मोदी के खास माने जाते हैं। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने हंदवाड़ा सीट से चुनाव लड़ा था। इस दौरान उमर अब्दुल्ला की तरफ से आधिकारिक बयान दिया गया था कि वह कश्मीर में नरेन्द्र मोदी की सोच को आगे लाने का काम कर रहे हैं। उन्हें मोदी का सर्मथन है। उसके बाद जब सरकार बनी तो उन्हें मुफ्ती का करीबी होने के कारण बीजेपी-पीडीपी की सरकार में मंत्री पद मिला था। मुफ्ती की मौत के बाद जब फिर से सरकार का गठन हुआ तो उन्हें फिर से मंत्री पद दिया गया था। उसके बाद विधानसभा भंग हो गई।लोन पहले अलगावादी नेता थे।
उन्होंने बाद में पार्टी का गठन किया गया था। उनके पिता अब्दुल गनी लोन की साल 2002 में आतंकियों ने श्रीनगर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। सज्जाद पीएम के करीबी माने जाते थे इसलिए कश्मीर के दौरे के दौरान वह उनके साथ ही नजर आते थे। इसके अलावा अक्सर दिल्ली में उनकी बैठकों को लेकर कश्मीर में चर्चा बनी रहती थी। प्रदेश में धारा 370 हटने के बाद जब उन्होंने बाकी नेताओं की तरह आवाज उठाई तो उन्हें बंद कर दिया गया था।
गुपकार में शामिल होकर ग्रुप के प्रवक्ता बनेपिछले साल वह रिहा हुए और उसके बाद कश्मीर के नेताओं की तरफ से बनाई गई पीएजीडी में शामिल हुए। पिछले साल 24 अक्टूबर को उन्हें पीएजीडी का प्रवक्ता बनाया गया था, लेकिन उन्होंने मंगलवार को पत्र लिखकर इस पद को छोड़ दिया। कश्मीर के नेताओं ने 17 नवंबर 2020 को पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन का गठन किया था।
इस ग्रुप की तरफ से सभी अधिकारिक बयान सज्जाद लोन की तरफ से ही जारी किए जाते थे। इस गुपकार ग्रुप में नैशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस और सीपीएम शामिल है। कांग्रेस भी पीएजीडी की समर्थक है लेकिन इसकी सदस्य नहीं है।