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Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 23 Apr 2020.
Thu 11:30 PM (IST) Siddharth
मुंबई :क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर शुक्रवार को 47 साल के हो जाएंगे। जनजीवन सामान्य होने के बाद क्रिकेट जगत बदली हुई परिस्थितियों से कैसे सामंजस्य बिठाएगा, इस सवाल पर तेंडुलकर ने कहा जहां तक गेंद को चमकाने के लिए लार के उपयोग का सवाल है तो खिलाड़ी कुछ समय तक सतर्क रहेंगे। यह बात उनके दिमाग में रहेगी। जब तक यह घातक वायरस रहता है तब तक सामाजिक दूरी के नियमों का अनुकरण होना चाहिए। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले’ सचिन-सचिन…’ जब ये शोर गूंजता था तो मास्टर ब्लास्टर क्रीज पर पूरे जोश में होते थे लेकिन अब जब COVID 19 के प्रकोप काल में बिना दर्शकों के खेल कराए जाने का आइडिया दिया जा रहा है तो वह निराश हैं। उनका मानना है कि सोशल डिस्टेंसिंग की आवश्यकता को देखते हुए ‘टेलीविजन स्पोर्ट’ का बेहद गंभीर आइडिया है। लेकिन प्रशंसकों के बिना खेल भारत के महान खिलाड़ियों में से एक के लिए यह एकमात्र विकल्प नहीं है। खाली स्टेडियम खिलाड़ियों, जो प्रतिस्पर्धा कर रहे होते हैं, के लिए बहुत निराशाजनक होता है। खाली स्टेडियम खिलाड़ियों के लिये निराशाजनक होगा। ऐसे कई मौके आते हैं जबकि खिलाड़ी दर्शकों की मांग के अनुसार खेलते हैं। अगर मैं अच्छा शॉट खेलता हूं और दर्शक उसकी सराहना करते हैं तो आपको भी ऊर्जा मिलती है। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से तमाम देश लॉकडाउन में हैं और खेलों पर तो पूरी तरह से ताला ही लग गया है।
गले लगने से बचना होगा
तेंडुलकर ने कहा अपने साथियों को गले लगाने से कुछ समय के लिए बचना होगा। मैं ऐसा चाहूंगा। वे सामाजिक दूरी बनाए रख सकते हैं। यही कारण है कि वह खेल गतिविधियां शुरू करने से पहले वह पूरी तरह सामान्य स्थिति चाहते हैं। उन्होंने कहा आप ऐसे माहौल में खेलना चाहते हैं जो सुरक्षित हो। मेरा अब भी मानना है कि हर किसी को सतर्क रहना होगा और इससे वाकिफ होना चाहिए कि हम किस चीज से प्रभावित रहे हैं। मैं यूनिसेफ के सदभावना दूत के रूप में अच्छी स्वच्छता का महत्व ही लोगों को बताता हूं।
आई.पी.एल या वर्ल्ड कप? मिला ये जवाब
मास्टर ब्लास्टर को क्रिकेट देखना पसंद है चाहे वह किसी भी प्रारूप में हो लेकिन वे तभी खेल चाहते हैं जबकि बीसीसीआई और सरकार पूरी तरह से आश्वस्त हो कि खेल से जुड़े हर व्यक्ति के लिए सुरक्षित है। उन्होंने कहा मैंने इस पर बहुत विचार किया कि यहां विश्व कप का आयोजन होना चाहिए या आईपीएल होना चाहिए। इस बारे में मैं नहीं जानता। तेंडुलकर ने कहा इस वायरस को हराना प्राथमिकता है और उसके बाद कई चीजों पर चर्चा की जा सकती है। अगर हम इससे पार पा जाते हैं तो ऐसी चीजों पर चर्चा करने में कोई हर्ज नहीं।
आई.पी.एल पर बोले- सरकार और बी.सी.सी.आई ध्यान रखेंगे ये बातें
इस बीच उन्होंने आईपीएल के आयोजन पर कुछ भी कहने से इनकार किया। उन्होंने कहा- मुझे नहीं पता कि इस विंडो में कितने दिन बचे हैं और क्या उस अवधि के दौरान आईपीएल आयोजित किया जा सकता है। मुझे यकीन है कि सरकार और बी.सी.सी.आई इस बात को ध्यान में रखेंगे कि दर्शक कितने सुरक्षित होंगे और खिलाड़ी कितने सुरक्षित होंगे।
दर्शकों से मिलती है ऊर्जा
उन्होंने कहा इसी तरह से एक गेंदबाज शानदार स्पेल करता है और दर्शक उस पर तालियां बजाते हैं तो इससे बल्लेबाज पर एक तरह का दबाव बनता है और उसे उससे बाहर निकलना होता है। तेंदुलकर ने कहा दर्शक किसी भी खेल के अहम अंग हैं। उनका उत्साहवर्धन आपके पक्ष में या खिलाफ उठने वाला शोर खेलों में बेहद जरूरी है।