www.youngorganiser.com Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 23th May. 2021, Sun. 12:00 PM (IST) ( Article ) टीम डिजिटल: Kunwar & Kuldeep भारत और पाकिस्तान के बीच कुछ महीनों से पिछले दरवाजे से शांति की पहल की चर्चा जोरों पर है। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला ले लिया। 2019 के बाद पहली बार उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर किसी की नियुक्ति की है. वो भी ऐसा शख्स जिसका सेना से कोई तालुक्क नहीं है। बोस्टन यूनिवर्सिटी और पाकिस्तान के विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे डॉक्टर मोईद यूसुफ को पाकिस्तान का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार साल 1969 के बाद इस पद पर नियुक्त होने वाले डॉक्टर मोईद यूसुफ आठवें शख्स हैं। यही नहीं वह तीसरे ऐसे व्यक्ति हैं, जो सेना से नहीं हैं. कैबिनेट डिविजन ने 17 मई को इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया। डॉक्टर यूसुफ को संघीय मंत्री का दर्जा दिया गया है. इससे पहले वह राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक रह चुके हैं। डॉक्टर मोईद यूसुफ को 24 दिसंबर, 2019 को राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभाव और रणनीतिक नीति योजना पर प्रधानमंत्री का विशेष सहायक नियुक्त किया गया था. इसके अलावा वह अमेरिका के विभिन्न थिंक टैंक में भी काम कर चुके है । यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस’ के एशिया सेंटर में सहयोगी उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. उनके पास अच्छा अकादमिक अनुभव भी है. बोस्टन यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में वह पी.एच.डी कर चुके हैं व साथ ही यूनिवर्सिटी में फ्रेडरिक एस पैद्री सेंटर में वह एक फेलो रिसर्च भी रह चुके हैं. यही नहीं वह किताब भी लिख चुके हैं. ‘ब्रोकिंग पीस इन न्यूक्लियर एनवायरमेंटरू यूएस क्राइसिस मैनेजमेंट इन साउथ एशिया’ के लेखक भी वही हैं। फरवरी महीने में मीडिया में खबरें छपी थी कि भारत और पाकिस्तान के बीच में पिछले दरवाजे से शांति वार्ता चल रही है. सऊदी अरब ने भी इस संबंध में संकेत दिए थे तथा माना जा रहा था कि भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ पर्दे के पीछे बातचीत करने वाले डॉक्टर मोईद यूसुफ ही थे । हालांकि डॉक्टर यूसुफ ने इससे इनकार किया था। उन्होंने सभी खबरों को आधारहीन बताया था ।खास बात यह है कि साल 2019 में इमरान खान सरकार ने ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद को खत्म कर दिया था । उस समय विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपना वर्चस्व खतरे में देखते हुए इसका विरोध किया था. मगर अब अचानक से इमरान खान ने यह फैसला ले लिया एंव पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक डॉक्टर मोईद यूसुफ की नियुक्ति के पीछे भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल हैं। इमरान खान को ऐसे शख्स की जरूरत थी, जो अजित डोभाल के साथ लगातार बात कर सके। Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें। हर पल अपडेट रहने के लिए YO APP डाउनलोड करें Or. www.youngorganiser.com। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
