www.youngorganiser.com …कश्मीर में इस साल जनवरी से अब तक आतंकवादियों के खिलाफ घाटी में 27 ऑपरेशन चलाए गए और इनमें 64 आतंकवादियों का सफाया किया…आई.जी.पी कश्मीर
Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 07 May 2020. Thu, 5:40 PM (IST) :Team Work: Siddharth, Kapish & Imtiaz Chowdhury कश्मीर : पुलिस के महानिरीक्षक आई.जी.पी कश्मीर रेंज विजय कुमार ने वीरवार को कश्मीर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि शांति का वातावरण बनाए रखने के लिए अवंतीपोरा सहित कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट और लोगों की आवाजाही पर पाबंदियां लागू की गई हैं। यह पाबंदियां हालात सामान्य होने तक जारी रहेंगी। जल्द ही हालात की समीक्षा की जाएगी और सुधार दिखने पर प्रतिबंधों को हटा दिया जाएगा। आई.जी.पी ने कहा कि रियाज नाइकू के सुरक्षाबलों के बीच फंसने की सूचना सोशल मीडिया पर फैलते ही कई शरारती तत्व अभियान में बाधा उत्पन्न करने के लिए वहां पहुंच गए। आतंकवादियों को वहां से भागने का मौका देने के लिए हिंसक भीड़ ने सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया। हिंसक झड़पे भी हुईं। इसके बावजूद सुरक्षाबल के जवान लोगों को मुठभेड़ स्थल से पीछे हटने के लिए बार-बार कहते रहे परंतु वे नहीं माने। मजबूरन सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा। इस कार्रवाई में कई लोग घायल हुए। हालात पर काबू पाने और स्थिति सामान्य होने तक अवंतीपोरा व उसके साथ लगते कई इलाकों में फिलहाल मोबाइल इंटरनेट बंद रखा गया है। यही नहीं प्रदर्शनों की आशंका को देखते हुए लोगों के सड़कों पर उतरने पर भी पाबंदियां लगाई गई हैं। कश्मीर में इस साल जनवरी से अब तक आतंकवादियों के खिलाफ घाटी में 27 ऑपरेशन चलाए गए और इनमें 64 आतंकवादियों का सफाया किया। यही नहीं इस दौरान 125 ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार भी किया गया। हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर रियाज नाइकू का मुठभेड़ में मरना घाटी में शांति बहाली के लिए आतंकवाद का सामना कर रहे सुरक्षाबलों के लिए बहुत बड़ी सफलता है। यही नहीं इससे आतंकवादी संगठनों को भी बड़ा झटका लगा है। नाइकू के मरने के बाद कश्मीर में आतंकवादी संगठनों में युवाआें के शामिल होने की प्रक्रिया भी कम होगी। यह बात कश्मीर पुलिस के महानिरीक्षक आई.जी.पी कश्मीर रेंज विजय कुमार ने वीरवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। रियाज नाइकू का कश्मीर में बहुत प्रभाव था वह लगभग हर महीने कइ युवाओं को आतंकवाद की राह पर ले जाता था। यही नहीं वह वीडियो जारी कर अपने कैडर को नागरिकों और पुलिसकर्मियों की हत्या को अंजाम देने का निर्देश देता था। वह पिछले छह महीनों से हमारी रडार पर था। उसके मरने के बाद कश्मीर में आतंकवाद पर काबू पाने में मदद मिलेगी। गत बुधवार को अवंतीपोरा के बेगीपोरा गांव में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बारे में बताते हुए आई.जी.पी ने कहा कि मुठभेड़ में मारे गए हिज्ब कमांडर रियाज नाइकू को जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना पिछले छह महीनों से खोज रही थी। विश्वसनीय सूत्रों से जब सुरक्षाबलों को यह सूचना मिली कि रियाज नाइकू बेगीपोरा में छिपा हुआ है तो सुरक्षाबल किसी भी तरह इस मौके को गवाना नहीं चाहती थी। मुठभेड़ से पहले नाइकू व उसके साथी को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया परंतु उसने यह बात अनसुनी कर सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सबसे पहले नाइकू ही मारा गया था। बाद में उसका साथी भी मार गिराया गया।