जम्मू:- नेशनल कान्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि देश में “विभाजनकारी ताकतों” से लड़ने के लिए वह चाहते हैं कि कांग्रेस एकजुट और मजबूत रहे। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक आतंकवाद के मूल कारण पर चोट नहीं की की जाएगी तब तक आतंकवादी लोगों को अपना निशाना बनाते रहेंगे। अब्दुल्ला के बयान से एक दिन पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और ‘समूह 23’ के अन्य असंतुष्ट नेताओं ने यहां एक आयोजन में एकत्रित होकर पार्टी आला कमान को संदेश दिया था। कश्मीरी पंडितों द्वारा आयोजित एक समारोह में अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, “मैं कांग्रेस को मजबूत देखना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि कांग्रेस एक होकर देश में विभाजनकारी ताकतों से लड़े। कांग्रेस द्वारा देश की समस्याओं को सुलझाने का लोग इंतजार कर रहे हैं। यह इस राष्ट्र का अंग है और डेढ़ सौ साल पुरानी पार्टी है।” शनिवार को जम्मू में कांग्रेस नेताओं के इकट्ठा होने के सवाल पर अब्दुल्ला ने कहा, “वह (आजाद) कांग्रेस का हिस्सा हैं और वह सभी हैं जो आए थे। वे पार्टी से बाहर नहीं हैं, वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं।” राहुल गांधी ने कथित तौर पर बयान दिया था कि देश में लोकतंत्र मर चुका है। इस बाबत सवाल किए जाने पर अब्दुल्ला ने कहा, “वह (गांधी) या अन्य नेता (आजाद इत्यादि) क्या कर रहे हैं इस पर प्रतिक्रिया क्यों दूं? मुझे उनसे क्या लेना देना? मेरी पार्टी नेशनल कान्फ्रेंस है।” उन्होंने कहा, “इस पर निर्णय उनको (कांग्रेस) करना है। समस्या उनके घर में है और उन्हें इसे सही करना होगा।” एक ढाबे के मालिक के बेटे आकाश मेहरा की हत्या पर पूछे गए सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा कि यह दुखद है।
