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कार में विस्फोटक इतनी भारी मात्रा में लदा था कि सुरक्षाबलों को उसे उड़ाना पड़ा:jpg May 28, 2020: Young Organiser

सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के इरादे से कार में विस्फोटक रखा गया : आईजी कश्मीर

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Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 28 May 2020.  Thu, 11:55 AM (IST) :            Team Work: Kuldeep & Pawan Vikas Sharma

श्रीनगर : कश्मीर के आई.जी विजय कुमार ने गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अब तक की जांच में पता चला है कि सफेद रंग की सैंट्रो कार में एक दोपहिया वाहन की नंबर प्लेट थी जो जम्मू के कठुआ निवासी के नाम पर पंजीकृत है। सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए हिजबुल और जैश के आतंकी समूह ने अपनी कार पर 40 से 45 किलोग्राम का आई.ई.डी विस्फोटक लगाया। उन्होंने कहा कि हमलावर दो चेक प्वाइंटों को पार करने के बाद अपने वाहन को छोड़कर मौके से भागने में कामयाब रहा। उन्होंने कहा कार के बारे में सूचना मिलने पर हमने नाके के लिए बिंदू चेक प्वाइंट्स तैयार किए। चेताने के लिए सुरक्षाबलों ने एक दो राउंड गोलियां चलाईं। हालांकि वाहन चालक नहीं रुका और अगले नाके पर कार को फिर रोका गया फिर चेतावनी फायर किया गया। लेकिन हमलावर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहा।उन्होंने कहा कि घेरा कड़ा कर दिया गया और सुबह बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और उसने पाया कि वाहन विस्फोटक से भरा हुआ है।आई.जी ने कहा पुलिस सी.आर.पी.एफ और सेना की टीमें मौके पर पहुंचीं और आई.ई.डी को डिफ्यूज कर एक बड़ी त्रासदी को टाला गया। उन्होंने कहा कि जैश के आतंकवादी जंग-ए-बदर के दिन इस तरह के हमले को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं इसका पुलिस को खुफिया इनपुट मिला था। उन्होंने कहा शुरू में ऐसा लग रहा था कि वाहन में 25 किलोग्राम विस्फोटक होगा, लेकिन कार का मलबा हवा में 50 मीटर ऊपर तक गया, जिससे लग रहा है कि इसमें 40 से 45 किलो विस्फोटक का उपयोग किया गया है। इस बीच आईएएनएस से बात करते हुए जम्मू एवं कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि आई.ई.डी बनाने और सैंट्रो कार पर इसे लगाए जाने के पीछे पाकिस्तानी आतंकवादी वलीद के होने की संभावना है। दिलबाग सिंह ने कहा वह फरार है और शायद कुलगाम में छिपा है। इससे पहले सुरक्षा बलों ने एक आई.ई.डी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस से लदी कार को जब्त कर एक बड़ी त्रासदी को टाला । दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में विस्फोटक से भरी कार को सुरक्षा बलों के काफिले या रक्षा प्रतिष्ठान को निशाना बनाने के लिए रणनीतिक स्थान पर रखा गया था। कार के भीतर एक नीले ड्रम में विस्फोटक को छिपा कर रखा गया था। बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वायड गुरुवार सुबह मौके पर पहुंचा और आस-पास से लोगों को दूर जाने को कहा। इसके बाद बम निरोधक दस्ते ने फिर विस्फोटक को डिफ्यूज करने के बजाय वाहन को उड़ा दिया।

कई दिनों से हमले के मिल रहे थे इनपुट डी.जी.पी दिलबाग सिंह : जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया हमारे पास इनपुट आए थे कि लश्कर ए तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन तीनों मिलकर पुलवामा जैसे हमले की साजिश रह रहे हैं। हमें पता चला कि एक कार को आई.ई.डी में तब्दील करके हाइवे की तरफ ले जाया जा रहा है। इसके बाद सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने मिलकर कमान संभाली। कार को ट्रैक किया गया और उसे रोकने को कहा गया तो आतंकियों ने ध्यान भटकाने के लिए गोलीबारी की। थोड़ी देर बाद कार को छोड़ दिया गया और ड्राइवर फरार हो गया। गुरुवार तड़के गाड़ी को ब्लास्ट किया गया।

सुरक्षाबलों ने टाला बड़ा आतंकी हमला : बता दें कि गुरुवार को सुबह ही पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों पर कार में आई.ई.डी भरकर हमले की बड़ी साजिश को नाकाम किया गया था। सुरक्षाबलों ने पुलवामा के आइनगुंड इलाके में एक सैंट्रो कार में ले जा रही आई.ई.डी को बरामद किया था। जिस वाहन में यह आई.ई.डी मिली है, उसपर लगी नंबर प्लेट पर कठुआ का नंबर लिखा हुआ था। कार में विस्फोटक इतनी भारी मात्रा में लदा था कि सुरक्षाबलों को उसे उड़ाना पड़ा। 

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