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सीएम ने किया ऋण मेले का उद्घाटन

रूड़की/देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को रूड़की स्थित नेहरू स्टेडियम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के अंतर्गत आयोजित ऋण मेले का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने किसानों को बधाई देते हुए कहा कि मेरे द्वारा इसी मैदान में पूर्व में यह वायदा किया गया था कि प्रदेश सरकार ऐसी योजना लाएगी जिससे छोटे किसान लाभान्वित होंगे व कृषि से संबंधित कोई भी कार्य कर सकेंगे और आज हम ऋण वितरण कर इस वायदे को पूरा करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के अच्छे परिणाम मिलने पर भविष्य में इस योजना के अंतर्गत किसानों के लिए ऋण सीमा बढ़ाई जाएगी।मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि किसान प्रदेश के विकास में बड़ा योगदान कर सकते हैं। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वह छोटे-छोटे कृषि कार्य अपनाकर प्रदेश के विकास व देश की जीडीपी वृद्धि में अपना योगदान दें। उन्होंने किसानों को बांस की खेती करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही कहा कि वे दूसरे राज्यों से अच्छी नस्ल के दुधारू पशुओं का क्रय कर प्रदेश में पशुपालन व्यवसाय को बढ़ायें। यह राज्य के लिए बड़ा योगदान होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है।

जिसके लिए फसल बीमा योजना, खाद, बीज एवं पशुचारा आदि कम कीमत में उपलब्ध कराना जैसी योजनाएं चलाकर सरकार किसानों को फायदा पहुंचा रही है। उन्होंने सहकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे किसानों को कृषि से सम्बन्धित छोटे-छोटे कार्यों के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम में जनपद हरिद्वार के 5176 किसानों को 02 प्रतिशत ब्याज दर पर एक-एक लाख रूपये के ऋण के चैक का वितरण किये गये।सहकारिता मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत ने कहा कि अभी तक राज्य में सरकार 43 हजार किसानों को दो प्रतिशत ब्याज दर पर एक-एक लाख रूपये का ऋण उपलब्ध करा चुकी है। राज्य सरकार ने 26 जनवरी 2018 तक हरिद्वार जनपद के 30 हजार किसानों को ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। यह ऋण तीन वर्ष के लिए दिया जा रहा है। इस अवसर पर कृषि, उद्यान, मत्स्य, पशुपालन आदि विभागांें द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी देने बावत स्टाॅल भी लगाये गये थे।इस अवसर पर विधायक कुंवर प्रणव सिंह ‘चैंपियन‘, प्रदीप बत्रा, देशराज कर्णवाल, सुरेश राठौर, स्वामी यतीश्वरानन्द, संजय गुप्ता सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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