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Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 8th June 2020.
Mon, 10:37 AM (IST) : Team Work: Taru. R.Wangyal & Pawan Vikas Sharma
कश्मीर: सोमवार सुबह शुरू हुए एक और एनकाउंटर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान लगातार जारी है। सुरक्षाबलों को रेबन इलाके में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। मुठभेड़ को लेकर किसी तरह की अफवाह न फैले इसके लिए प्रशासन ने मोबाइल इंटरनेट सेवा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल आॅफ पुलिस विजय कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मुठभेड़ में 9 आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता मिली है कश्मीर पुलिस ने बताया कि अभियान में सेना की 1-आर.आर, सी.आर.पी.एफ की 178 बटालियन और एस.ओ.जी के जवान शामिल हैं।जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सोमवार सुबह शुरू हुए एक और एनकाउंटर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है।जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सोमवार सुबह शुरू हुए एक और एनकाउंटर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने चार और आतंकवादियों को मार गिराया है। इस तरह पिछले 24 घंटे में शोपियां जिले में ही कुल नौ आतंकियों को ढेर किया गया है।इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा, ‘दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में पिंजौरा गांव में एनकाउंटर शुरू हो गया है। पुलिस और सुरक्षाबल आतंकियों को ढेर करने के अपने काम में लगे हुए हैं।’वहीं, रविवार को हिजबुल मुजाहिद्दीन के शीर्ष कमांडर समेत पांच आतंकवादी जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के बाद मारे गए थे। पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि विशेष सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के रेबन इलाके में तलाशी अभियान के लिए घेराबंदी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान छुपे हुए आतंकवादियों ने खोजी दस्ते पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में आतंकवादी मुठभेड़ में मारे गए। कश्मीर में आतंकवाद को मिल रहे समर्थन का अंत’लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस राजू ने कहा है कि उत्तरी कश्मीर में हिंसा की हालिया घटनाएं आतंकवादियों की हताशा का संकेत है, जिन्हें लोगों का समर्थन नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर की अवाम हिंसा के चक्र से बाहर निकलकर शांति चाहती है। कश्मीर स्थित 15वीं कोर का नेतृत्व कर रहे लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि आतंकी समूहों में स्थानीय युवाओं की भर्ती में इस साल भारी कमी आई है। उन्हें लगता है कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का मूल उद्देश्य सनसनी पैदा करना है, जिसे झूठे अलगावावादी विमर्श और पाकिस्तान से प्रायोजित दुष्प्रचार से समर्थन मिलता है। लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने एक साक्षात्कार में कहा कि आतंकवाद की ये गतिविधियां अवाम के बीच ज्यादा समर्थन नहीं पा रही हैं, बिना तालमेल वाली हिंसक गतिविधियां आतंकियों की हताशा का संकेत हैं।आतंकवादी समूहों में स्थानीय युवाओं की भर्ती वर्ष 2018 से 2019 में करीब आधी रह गई और 2020 में और कम हो गई। आतंकी कैडर अपना अस्तित्व बचाने की मुद्रा में आ गए हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने इससे पहले कहा था कि वर्ष 2018 में 218 स्थानीय युवा आतंकी समूह में भर्ती हुए, जबकि वर्ष 2019 में 139 युवा भर्ती हुए।वहीं, सेना ने जम्मू-कश्मीर के नौगाम सेक्टर से लगती नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि तीन जून को भारतीय सेना के गश्ती दल ने नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी आतंकवादियों के एक समूह को देखा जो भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। गश्ती दल ने घुसपैठियों को चुनौती दी, जिसके बाद वे अंधेरे और खराब मौसम का फायदा उठा कर लौट गए। इलाके में अभी और आतंकियों के छिपे होने की आशंका है इसलिए अभियान जारी रहेगा। इलाके से सुरक्षाबलों और पुलिस को नहीं हटाया गया है। मारे गए आंतकियों की लाशें निकाल ली गई हैं। अब उनकी पहचान की जा रही है। आतंकियों से सरेंडर करने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की फायरिंग के जवाब में सुरक्षाबलों ने भी गोलियां चलाईं। एेसा भी संभावना व्यक्त की जा रही है इन मारे गए पांच आतंकवादियों में एक टाप कमांडर भी ढेर हो गया है। सुरक्षाबलों को सूचना मिली कि दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले के रेबन गांव में आतंकी छिपे हैं। सूचना के आधार पर सेना की 1-आरआर, सी.आर.पी.एफ की 178 बटालियन और एसओजी के जवानों ने इलाके की घेराबंदी करनी शुरू की। खुद को घिरा देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। जवानों ने मोर्चा संभालने से पहले आतंकियों से समर्पण करने की बात भी कही। लेकिन आतंकी सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहे। इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला आैर सभी पांचों आतंकवादियों को मार गिराया। रक्षाबलों की संयुक्त टीम जब संदिग्ध स्थान पर पहुंची तो छिपे हुए आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जानकारी हो कि बारामूला जिले में शनिवार को आतंकवादियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने अश्फाक अहमद नजर के उत्तरी कश्मीर के बोमई इलाके के आदिपुरा में स्थित घर पर रात करीब 9 बजकर 30 मिनट पर हमला किया। उन्होंने कहा कि हमले में नजर घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर हत्यारों की तलाश कर रही है।