…………..मुश्किलों में घिरा अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के लिए अपनी ही पार्टी के जो मेंचीन बने मुसीबत…………..
www.youngorganiser.com Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 12th Jun. 2021, Sat. 11: 45 PM (IST) : टीम डिजिटल: Kuldeep & Siddharth अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने ही घरेलू एजेंडे को लेकर काफी कमजोर दिखाई दे रहे हैं। चाहे इंफ्रास्ट्रक्चर पर लड़ाई की बात हो, इजरायल नीति को लेकर तनाव, पुलिस फंडिंग को लेकर हंगामा या फिर इमीग्रेशन नीति हो, लाचार दिखाई दे रहे बाइडेन की बेहाली का कारण उन्हीं की पार्टी के सीनेटर जो मेंचीन हैं। ये सब वही मुद्दे हैं, जिनके बलबूते पर बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव में खूब वोट बटोरे थे. लेकिन सत्ता में आने के 5 महीने बाद भी वह इनमें से किसी भी मुद्दे पर कारगर बिल पास नहीं करा सके हैं। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि बाइडेन आने वाले समय में इंफ्रास्ट्रक्चर को छोड़ कुछ भी पारित नहीं करवा पाएंगे. दरअसल बाइडेन और डेमोक्रेटिक पार्टी सीनेट के नियम फिलीबस्टर (सीनेट मेजोरिटी रूल) के शिकार हैं. यह ऐसा नियम है, जिसके तहत सीनेट में कोई भी बिल पारित करने के लिए 100 में से 60 वोट्स की जरुरत होती है. हालांकि यह एक नियम है, कानून नहीं. सीनेट में फिलहाल डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के पास 50-50 सीट हैं और टाई ब्रेकर वोट उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पास है। डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर जो मेंचीन से पार्टी के नेता फिलीबस्टर नियम हटाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन वह माननने को तैयार नहीं हैं. पिछले हफ्ते मेंचीन ने अपनी पार्टी से बिना विचार विमर्श किए अखबार के हवाले से यह एलान कर दिया था कि वह बाइडेन के इंफ्रास्ट्रक्चर बिल का समर्थन नहीं करते और उसके लिए वोट नहीं डालेंगे. इससे पहले वह बाइडेन के कोविड पैकेज पर भी आखिरी समय तक असमंजस की स्थिति बना रहे थे. जिसके कारण कोविड पैकेज को बजट रेकन्सीलिएशन के तौर पर पारित किया गया। जो मेंचीन के रवैये को लेकर उनकी पार्टी के नेता जमाल बोमन ने उन्हें सामूहिक रूप से लताड़ा और कहा कि ‘मेंचीन एक बाधा बनकर विपक्षी पार्टी का काम कर रहे हैं.’ वहीं अलेक्जेंड्रिया ओकासियो कोर्टेज ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा की मेंचीन के संबंध काले धन वाले लोगों से हैं. जो मेंचीन का कहना है कि अगर फिलीबस्टर हट जाएगा तो कल जब रिपब्लिकंस बहुमत में होंगे, तो वह भी अपने मन मुताबिक कोई भी नियमध्कानून बना सकेंगे. इसिलए वह फिलीबस्टर का सरंक्षण करना चाहते हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता यह समझते हैं लेकिन उनका तर्क है कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि रिपब्लिकन पार्टी में कोई भी नेता मेंचीन की तरह बहुमत में आने के बाद फिलीबस्टर को बनाए रखेगा. उनका कहना है कि मैक मककॉनेल राजनीति के लिए सीनेट के नियमों से छेड़छाड़ करते रहे हैं और आगे भी करेंगे. इसी कारण से जो बाइडेन और उनके एजेंडा में खुद ही पार्टी के जो मेंचीन अड़ंगा बन गए हैं. बाइडेन पर अगले साल के मध्यावधी चुनाव का दबाव भी बढ़ रहा है। अगर डेमोक्रेटिक पार्टी के एजेंडे में से कुछ भी पारित नहीं हुआ तो 2022 नवंबर के बाद बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी हाउस ऑफ रिप्रेजेन्टेटिव और सीनेट दोनों में बहुमत गंवा देगी और इसके बाद बाइडेन ओबामा की तरह एक लेम डक प्रेजीडेंट बनकर रह जाएंगे. यह चिंता बाइडेन के सलाहकारों और डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं को सता रही है लेकिन जो मेंचीन तस से मास नहीं हो रहे । जानकारों का मानना है मेंचीन का रुख उनकी पार्टी के लिए 2022 और 2024 के चुनाव में हार की वजह बन सकता है।
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