1. … जम्मू में वैक्सीन लगवाने वालों में सबसे पहला नाम राजकीय मेडिकल काॅलेज के सेनेटरी सुपरवाइजर राजू का था। उपराज्यपाल के समक्ष उन्हें टीका लगाया गया….
2. …लद्दाख में20 कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया….
3…लद्दाख में सफाईकर्मी को टीका देने के साथ हुआ कोविड-19 टीकाकरण का आगाज…
जम्मू: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को लोगों को कोविड-19 टीके के बारे में अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश में सफल टीकाकरण अभियान सुनिश्चित करने के लिये प्रशासन पूरी तरह तैयार है। जम्मू-कश्मीर में 40 केन्द्रों में शनिवार को कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान शुरू हो गया, जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मियों को सबसे पहले टीके लगाए जा रहे हैं। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को पुणे स्थित भारतीय सीरम संस्थान की ओर से ‘कोविशील्ड’ टीके की पहली खेप में 1,46,500 खुराकें प्राप्त हुई हैं। इनमें से 79 हजार टीके कश्मीर में जबकि 67,500 टीके जम्मू क्षेत्र में लगाए जाएंगे। सिन्हा ने यहां राजकीय चिकित्सा कॉलेज अस्पताल में टीकाकरण अभियान की शुरुआत करते हुए कहा, ”कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में आज का दिन निर्णायक है…यह हमारे देश के लिये गर्व की बात है लेकिन हमें टीकों के बारे में अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहना है।” उन्होंने लोगों से टीके की प्रभावकारिता से संबंधित अफवाहों पर ध्यान न देने का अनुरोध करते हुए प्रशासन से इस बारे में प्रचार अभियान शुरू करने को कहा। जम्मू में वैक्सीन लगवाने वालों में सबसे पहला नाम राजकीय मेडिकल काॅलेज के सेनेटरी सुपरवाइजर राजू का था। उपराज्यपाल के समक्ष उन्हें टीका लगाया गया…वैक्सीन लगवाने वालों में सबसे पहला नाम राजकीय मेडिकल काॅलेज के सेनेटरी सुपरवाइजर राजू का था। उपराज्यपाल के समक्ष उन्हें टीका लगाया गया: वैक्सीन लगवाने वालों में सबसे पहला नाम राजकीय मेडिकल काॅलेज के सेनेटरी सुपरवाइजर राजू का था। उपराज्यपाल के समक्ष उन्हें टीका लगाया गया। इसके बाद निगरानी कक्ष में करीब आधा घंटा रहने के बाद राजू ने बताया कि टीका लगाने को लेकर उसके मन में कोई भी भय नहीं था। अन्य बीमारियों की तरह ही कोरोना से बचाव के लिए भी उसने टीका लगवाया। कई महीनों से स्वास्थ्य कर्मी व अन्य लोग बीमारी से बचाव के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में अगर हम सभी टीके लगवाएंगे तो कोरोना को दूर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब लग रहा है कि हम लोग सुरक्षित हें। एक खुराक ले ली है। अब दूसरी खुराक का इंतजार रहेगा। किसी को भी इससे घबराने की जरूरत नहीं है। कई महीनों के लंबे इंतजार के बाद शनिवार को जब स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन दी गई तो उनके चेहरों पर आत्मविश्वास था। किसी में वैक्सीन को लेकर कोई भय नहीं था। वह वैक्सीन लगाने के बाद अन्य को भी यह संदेश दे रहे थे कि सभी आगे आकर वैक्सीन लगवाओ और कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई को जीतने में सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाओ। लद्दाख में20 कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया….लेह: कोविड-19 के खिलाफ देशव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने के बाद शनिवार को लद्दाख में तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 20 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया। बल के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने दिल्ली में बताया कि लेह में सेक्टर अस्पताल में आईटीबीपी के कुल 20 कर्मियों को कोविड-19 टीका लगाया गया और इनमें दो महिला अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कात्यायनी शर्मा पांडे और चिकित्सा अधिकारी डॉ स्केलजांग एंग्मो शामिल हैं। चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की निगरानी के लिए लद्दाख क्षेत्र में बल के जवान बड़ी संख्या में तैनात है। प्रवक्ता ने बताया कि उनकी चिकित्सा शाखा के कर्मियों को देश के अन्य हिस्सों में भी टीका लगाया गया है। प्रधानमंत्री ने टीकाकरण अभियान की शनिवार की सुबह वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से शुरुआत की। सरकार के मुताबिक, सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले करीब दो करोड़ कर्मियों और फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी। बाद के चरण में गंभीर रूप से बीमार 50 साल से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा।लद्दाख में सफाईकर्मी को टीका देने के साथ हुआ कोविड-19 टीकाकरण का आगाज…लद्दाख में सफाईकर्मी को टीका देने के साथ हुआ कोविड-19 टीकाकरण का आगाज: लद्दाख में अस्पताल में कार्यरत सफाई कर्मी को कोविड-19 से बचाव का टीका लगाने के साथ केंद्र शासित प्रदेश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई। उप राज्यपाल आरके माथुर ने शनिवार को लद्दाख में टीकाकरण के पहले चरण की शुरुआत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड-19 से बचाव के लिए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने के बाद उपराज्यपाल और स्थानीय सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल की उपस्थिति में नयोमा ब्लॉक के स्किडमांग गांव निवासी सफाई कर्मी स्काजांग चोंडोन को यहां के हार्ट फांउडेशन अस्पताल में कोविड-19 का टीका लगाया गया। उपराज्यपाल ने महामारी से निपटने में केंद्र शासित प्रदेश के चिकित्सा कर्मियों, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सफाई कर्मचारियों की निस्वार्थ कोशिश एवं प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने लद्दाख में सफलतापूर्वक टीकाकरण की उम्मीद जताई। माथुर ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री ने जोर दिया है कि टीका लगने क बाद भी व्यक्ति को कोविड-19 से बचने के नियमों का अनुपालन करना चाहिए और समाज वायरस मुक्त हो सुनिश्चित करने के लिए अनुशासन के बनाए रखना चाहिए।’’ उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कोरोना वायरस के टीके को लेकर फैलाए जा रहे अफवाहों में नहीं आए और वैज्ञानिकों, डॉक्टरों और नियामक प्रधिकार द्वारा दिए गए भरोसे पर विश्वास करें।