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Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 06 May 2020. Wed, 5:40 PM (IST) :Team Work: Pawan Vikas ,Siddharth, Kapish & Imtiaz Chowdhury श्रीनगर :सैन्य अधिकारी के अनुसार, नायकू के सिर पर 12 लाख रुपये का इनाम था और वह तीन बार पुलिस के चंगुल से भाग गया था। 35 साल के नायकू के मारे जाने की खबर फैलने के बाद कुछ लोगों की ओर से सुरक्षा बलों पर पथराव की कुछ घटनाएं सामने आईं। इन घटनाओं को बड़ी सावधानी से संभाला गया ताकि और कोई नुकसान नहीं हो। उमर अब्दुल्ला ने हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर रियाज नायकू की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बुधवार को उन्होंने कहा कि नायकू की मौत को कुछ लोगों द्वारा हिंसा भड़काकर और जनता को नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उमर ने एक ट्वीट में कहा कि नायकू ने जिस क्षण बंदूक उठा ली थी और आतंकवाद का रास्ता अपना लिया था, उसी दिन उसकी नियति तय हो गई थी। अब्दुल्ला ने लिखा है, ‘रियाज नायकू की मौत का इस्तेमाल कुछ लोग हिंसा और विरोध-प्रदर्शन भड़काकर और लोगों को खतरे में डालने के लिए कर रहे हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए।’ गौरतलब है कि 8 साल से फरार चल रहे नायकू को सुरक्षाबलों ने बुधवार को कश्मीर के पुलवामा जिले में उसके गांव में ढेर कर दिया था। तीन दिन पहले ही सेना के दो अधिकारियों समेत आठ सुरक्षाकर्मी हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।