www.youngorganiser.com
Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 20 May 2020.
Wed, 07:09 AM (IST) :Team Work: Kuldeep & Pawan Vikas Sharma
कठुआ: अभिभावकों ने शिक्षा विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 30 मई तक इस फैसले को वापिस नहीं लिया गया तो मजबूरन अभिभावकों को लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर आना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेवारी संबधित विभाग की होगी। इस अवसर पर प्राइवेट स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन कठुआ के अध्यक्ष करण सिंह, कौशल शर्मा, बबलू सिंह जसरोटिया, अश्वनी शर्मा और पार्षद अजय कुमार उपस्थित रहे। शिक्षा विभाग की ओर से प्राईवेट स्कूलों को लॉकडाउन के दौरान बच्चों से फीस लेने के लिए दी गई मंजूरी का प्राईवेट स्कूल पेरेंटस एसोसिएशन के सदस्यों ने विरोध जताया है। मंगलवार को प्राईवेट स्कूल पेरेंटस एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा एक पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया।अध्यक्षता अमित कपूर प्राइवेट स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन जम्मू ने संबोधित करते हुए कहा कि सभी अभिभावकों को अपील करते करते हुए कहा कि कोई भी अभिभावक लॉकडाउन के दौरान अपने बच्चों के स्कूलों की फीस पूरी नहीं देगा। उन्होंने फीस देने से इंकार करते हुए कहा कि लॉकडाउन के चलते स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो रही है। स्कूल प्रशासन ऑनलाईन पढ़ाई का हवाला देकर फीस देने के लिए कह रहे हैं। जिससे शिक्षा विभाग की ओर से भी मंजूरी दी गई है। लेकिन लॉकडाउन के चलते कई अभिभावक जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिनकी आमदनी का जरिया बंद हो चुका है। उनके लिए पूरी फीस दे पाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर निजी स्कूलों को अपने शिक्षकों को वेतन देने की दिक्कतें आ रही हैं, तो मासिक फीस का 20 प्रतिशत देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कई अभिभावकों के पास एंडरायड फोन न होने के कारण बच्चे ऑनलाईन शिक्षा का लाभ भी नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में उनसे फीस मांगना उचित नहीं है।