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Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 07 May 2020.
Thu, 08:58 PM (IST) : Team Work: Sandeep & Kuldeep Sharma
भारत : भारत भी अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर चिंतित है। यही वजह है कि एस जयशंकर व अजित डोभाल ने खलीलजाद के सामने स्पष्ट कर दिया कि जब तक पाकिस्तान स्थित आतंकियों के सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म नहीं किया जाएगा, तब तक अफगानिस्तान में स्थाई शांति संभव नहीं है। खलीलजाद भारत के बाद पाकिस्तान जाने वाले हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी की योजना को अमली जामा पहनाने में जुटे हैं। इस क्रम में उन्होंने गुरुवार को अपने विशेष प्रतिनिधि जाल्मई खलीलजाद को भारत भेजा। खलीलजाद ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से अलग अलग बात की और अफगानिस्तान शांति समझौते को लेकर गहन विमर्श किया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक खलीलजाद ने अमेरिका की तरफ से अफगानिस्तान में शांति प्रयासों की कोशिश के तहत उठाये जाने वाले कदमों के बारे में जानकारी दी। अमेरिका इस बात को स्वीकार करता है कि भारत ने अफगानिस्तान में हालात बेहतर बनाने में काफी मदद की है। उन्होंने वहां भारत की मदद से चलाई जा रही परियोजनाओं की प्रशंसा की। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत आगे भी इस तरह से मदद करता रहेगा, ताकि वहां स्थाई शांति व स्थिरता बहाल की जा सके। भारत ने अपनी तरफ से बताया कि वह एक मजबूत व स्थिर अफगानिस्तान के लिए हरसंभव मदद कर रहा है।