www.youngorganiser.com Jammu (Tawi) 180001 (J&K Union Territory) Updated, 24th Jun. 2021, Thus. 00: 45 AM (IST) : टीम डिजिटल: Sampada Kerni ,Siddharth & Kapish नई दिल्ली। कोविड महामारी की घातक दूसरी लहर के परिणामस्वरूप न्यूट्रास्यूटिकल्स बाजार में 35 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) की वृद्धि देखने की उम्मीद जताई जा रही है, जो मौजूदा 4 अरब डॉलर से बढ़कर 2025 में 18 अरब डॉलर हो जाएगी। उपभोक्ताओं के व्यवहार में हुए बदलाव और निवारक स्वास्थ्य संबंधी देखभाल पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने के चलते यह वृद्धि होगी। इम्यूनिटी सिस्टम में सुधार को ध्यान में रखते हुए पोषक तत्वों की खुराक या न्यूट्रास्यूटिकल तेजी से स्वीकृति प्राप्त कर रहे हैं ताकि दैनिक आहार में पोषण की अगर कोई भी कमी हो, तो वह इनसे पूरा हो सके। हमारी जीवनशैली में अव्यवस्था के चलते उत्पन्न हुए विकारों को ठीक करने के मकसद से भारतीय स्वास्थ्य बाजार में विभिन्न रूपों में न्यूट्रास्यूटिकल्स या पोषण की खुराक तेजी से उभर रही हैं जिनमें सिरप, कैप्सूल, टैबलेट वगैरह शामिल हैं। महामारी ने लोगों को रोजमर्रा की प्रतिरक्षा, अच्छी सेहत और पोषण के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर किया है। न्यूट्रास्यूटिकल्स उद्योग में वृद्धि ई-कॉमर्स साइटों पर आए उछाल से भी प्रेरित है क्योंकि इनमें आजकल वेलनेस कैटेगरी को अहमियत दी जा रही है। स्टार्टअप कंपनी न्यूमी की सीईओ और संस्थापक अनन्या केजरीवाल कहती हैं, “पहले कई लोग ऐसे रहे हैं, जिन्हें इस तरह की निवारक दवाइयों के सेवन से परहेज था। लेकिन अब लोगों की मानसिकता में बदलाव आया है। लोग अभी पहले से काफी जागरूक हो गए हैं, वे पोषण की खुराक और निवारक स्वास्थ्य संबंधी देखभाल की आवश्यकता को समझ रहे हैं। न्यूट्रास्युटिकल्स को अब एक विकल्प के बजाय एक आवश्यकता के रूप में माना जा रहा है। भारतीय बाजार में उपचारात्मक देखभाल से निवारक देखभाल की ओर एक बदलाव आया है। इम्युनिटी पर फोकस होने के कारण उपभोक्ता न्यूट्रास्युटिकल उत्पादों पर बड़ा दांव लगा रहे हैं। अनन्या अग्रवाल ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए और ओलिन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग और डिजाइन थिंकिंग में बीएस की डिग्री पूरी की हैं। उसने सिएटल में माइक्रोसॉफ्ट में प्रोडक्ट, ग्रोथ और बिजनेस ऑपरेशंस में काम किया है और यूएस बेस्ड मेंटल वेलनेस ऐप हेडस्पेस में भी काम किया है, जहां उन्होंने सीखा है कि उपयोगकर्ताओं द्वारा पसंद किए जाने वाले स्केलेबल उत्पादों का निर्माण कैसे किया जाता है। हाल ही में न्यूमी ने न्यूट्रास्युटिकल गमीज की अपनी रेंज लॉन्च की और तेजी से बढ़ते न्यूट्रास्युटिकल स्पेस में अपना पहला कदम रखा है। कंपनी के द्वारा विशेष रूप से शहर में रहने वाली भारतीय महिलाओं के लिए तैयार किए गए महत्वपूर्ण उत्पादों को लॉन्च किया गया। न्यूमी भारतीय महिलाओं में पोषक तत्वों की कमी के विशिष्ट मुद्दों को उन उत्पादों के माध्यम से संबोधित करने वाली पहली कंपनी है, जो शाकाहारी, ग्लूटन फ्री और एलर्जी रहित गमी है। इन्होंने जिस तरह के प्रोडक्ट्स को लॉन्च किया है, उनमें इम्यूनिटी, हेयर, स्किन, स्लीप और यूरिनरी ट्रैक्ट वेलनेस का ध्यान रखा गया है। महिलाओं को अकसर इन समस्याओं से जूझते हुए देखा गया है। न्यूमी के बारे में बात करते हुए अनन्या ने कहा, “पोषण से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और इसीलिए मैंने न्यूमी का निर्माण किया। हमने अपने सभी उत्पादों के लिए आरएंडडी में भारी निवेश किया है ताकि इन्हें स्वादिष्ट बनाते समय अधिकतम प्रभावकारिता और जैव उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। हमारे द्वारा इस्तेमाल में लाए गए तत्वों के पोषण की मात्रा का न केवल परीक्षण किया गया है, बल्कि इन्हें प्राप्त करने के स्त्रोत क्या है? इनकी गुणवत्ता कितनी है? अन्य अवयवों के साथ इनका तालमेल किस तरह का है? इन सभी बातों की भी जांच की गई है। हमारे गमीज में भारतीय जड़ी-बूटियों जैसे आंवला, हल्दी और तुलसी को पश्चिमी पोषक तत्वों जैसे बायोटिन और हाइलूरोनिक एसिड के साथ मिलाया गया है। न्यूमी ने महिलाओं के लिए दैनिक पोषण की खुराक को पूरा करने की जिम्मेदारी ली है। न्यूमी के जर्मन फार्मासिस्टों और भारतीय पोषण विशेषज्ञों की एक टीम ने भारत में महिलाओं के लिए सामान्य आहार और कमियों पर शोध किया और अधिकतम प्रभावकारिता और जैवउपलब्धता सुनिश्चित करते हुए दुनिया भर से तत्वों को इकट्ठा कर इन प्रोडक्ट्स को बनाया। हर प्रोडक्ट सर्वोत्तम भारतीय और पश्चिमी सामग्री का वैज्ञानिक रूप से परीक्षण किया गया मिश्रण है। इन्हें सावधानीपूर्वक और परी जिम्मेदारी के साथ मिलाकर तैयार किया गया है। इन्हें न्यूमी डॉट कॉम, अमेजन और नाइका से खरीदा जा सकता है या फिर अधिक जानकारी लेने के लिए इसकी वेबसाइट पर भी जा सकते हैं।अनुमान है कि भारत में अमेरिका के बाद दुनिया में कोविड-19 के दूसरे सबसे अधिक पुष्ट मामले हैं और संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्राजील के बाद कोविड-19 से संबंधित मौतों की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है।
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